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मथुरा शाही ईदगाह मस्जिद के सर्वे पर लगी रोक जारी रहेगी, सुप्रीम कोर्ट 18 नवंबर को करेगा अगली सुनवाई

सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा 14 दिसंबर 2023 को शाही ईदगाह मस्जिद कॉम्प्लेक्स का सर्वे करने के आदेश पर रोक लगा रखी है.

Mathura Krishna Janmabhoomi Case

श्री कृष्ण जन्मभूमि- शाही ईदगाह मस्जिद विवाद.

मथुरा श्रीकृष्ण जन्मभूमि शाही ईदगाह मस्जिद के सर्वे पर लगी रोक को सुप्रीम कोर्ट ने बरकरार रखा है. कोर्ट 18 नवंबर को इस मामले में अगली सुनवाई करेगा. मामले की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हाई कोर्ट ने सभी मुकदमों को सुनवाई योग्य ठहराया है. उस आदेश के अध्ययन के बाद ही आगे सुनवाई होगी. कोर्ट ने कहा कि मामले में दोनों पक्षों की दलीलें सुननी होंगी. जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस संजय कुमार की पीठ ने यह आदेश दिया है.

मुस्लिम पक्ष की ओर से दी गई चुनौती

बता दें कि इलाहाबाद हाईकोर्ट की निचली अदालत में लंबित कुल 18 मुकदमों की सुनवाई के लिए अपने पास ट्रांसफर किये जाने के फैसले के खिलाफ मुस्लिम पक्ष की ओर से चुनौती दी गई है. 1 अगस्त को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इन याचिकाओं को सुनवाई योग्य माना था. पिछली सुनवाई में याचिकाओं को चली अदालत से हाई कोर्ट ट्रांसफर किए जाने पर रोक लगाने की मुस्लिम पक्ष की मांग को सुप्रीम कोर्ट ने ठुकरा दिया था.

हिंदू पक्ष ने दाखिल की है कैविएट

मथुरा कृष्ण जन्मभूमि और ईदगाह विवाद पर हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने सुप्रीम कोर्ट में दूसरी कैविएट दाखिल की है. इससे पहले राष्ट्रीय हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने श्रीकृष्ण जन्मभूमि मथुरा मामले में सुप्रीम कोर्ट में कैविएट दाखिल की थी. विष्णु शंकर जैन और विष्णु गुप्ता द्वारा दायर कैविएट में कहा गया है कि अगर शाही ईदगाह कमेटी या कोई और याचिका इलाहाबाद हाईकोर्ट के 18 याचिकाओं के सुनवाई योग्य होने और उन पर एक साथ सुनवाई के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में आता है तो अदालत बिना पक्ष सुने कोई आदेश न जारी करे. इन याचिकाओं पर उनका भी पक्ष सुना जाए.

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मस्जिद के सर्वे पर लगा रखी है रोक

इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा 14 दिसंबर 2023 को शाही ईदगाह मस्जिद कॉम्प्लेक्स का सर्वे करने के आदेश पर रोक लगा रखी है. हाई कोर्ट ने कोर्ट कमिश्नर नियुक्त किये जाने पर भी रोक लगा दिया था. मामले से जुड़े हिंदू पक्षकारो की दलील है कि मस्जिद परिसर में कई ऐसे चिन्ह मौजूद हैं, जिनसे प्रामाणित होता है कि इतिहास में यह मंदिर था. गौरतलब है कि मथुरा में कृष्ण जन्मभूमि मंदिर से सटे शाही ईदगाह मस्जिद परिसर को लेकर भूमि विवाद लंबे समय से जारी है. उत्तर प्रदेश में अयोध्या की राम जन्मभूमि मंदिर की तर्ज पर ही मथुरा में भी अलग और भव्य मंदिर बनाने की मांग हो रही है.

-भारत एक्सप्रेस



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