तेज प्रताप यादव, वन एवं पर्यावरण मंत्री
बिहार के भागलपुर में आगुवानी को सुल्तानपुर से जोड़ने वाला निर्माणाधीन पुल गिरने के बाद इसपर सियासी तकरार बढ़ गया है. एक तरफ जहां बीजेपी नीतीश सरकार को घेरने में जुटी हुई है, तो बिहार के वन एवं पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव ने बड़ा बयान दिया है. तेज प्रताप यादव ने कहा है कि, आगुवानी वाला पुल बीजेपी के लोगों ने गिराया है. उन्होंने ये भी कहा कि हम लोग पुल बनाते हैं और बीजेपी के लोग उसे गिराते हैं. पुल गिरने के बाद नीतीश सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं.
नीतीश कुमार की सरकार में वन और पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव ने गंगा नदी पर बन रहे आगुवानी और सुल्तानपुर को जोड़ने वाले पुल का एक हिस्सा गिरने पर बीजेपी को जिम्मेदार बताया है. उनका कहना है कि पुल बीजेपी के लोगों ने गिराया है. उन्होंने कहा कि ‘बीजेपी वाला सब पुल गिराया है. हमलोग बनाते हैं और बीजेपी वाला सब गिराता है.’ पुल का निर्माण पिछले चार सालों से किया जा रहा है. नीतीश कुमार ने पुल का शिलान्यास किया था. पिछले साल भी पुल का करीब 100 मीटर का हिस्सा टूट कर नदी में गिर गया था. बिहार के डिप्टी सीएम ने एक बयान जारी करते हुए कहा था कि उन्हें पहले से संदेह था कि पुल गिर जाएगा.
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बीजेपी ने मांगा नीतीश कुमार और तेजस्वी का इस्तीफा
वहीं सीएम नीतीश कुमार ने पुल गिरने पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि पुल ठीक से नहीं बनाया जा रहा था. उन्हें पुल के गिरने का काफी दुख है. मामले की जांच कराए जाने को लेकर अधिकारियों को आदेश दिए गए हैं. दूसरी तरफ बीजेपी पुल गिरने के बाद नीतीश सरकार पर हमलावर हो गई है. भाजपा ने सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का इस्तीफा मांगा है. केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि पुल गिरने की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए चाचा-भतीजे को इस्तीफा दे देना चाहिए. गौरतलब है कि पुल का निर्माण 1717 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है.
-भारत एक्सप्रेस
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