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करीबी ने सुनाई संघर्ष की दास्तां, मुलायम की एंबेसडर में भरवाया था 50 रुपये का पेट्रोल

करीबी ने सुनाई संघर्ष की दास्तां, मुलायम की एंबेसडर में भरवाया था 50 रुपये का पेट्रोल

ऐसे थे मुलायम सिंह यादव

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव तो अब इस दुनिया में नहीं हैं,लेकिन उनसे जुडे तमाम किस्से इस वक्त मीडिया की सुर्खियां बने हुए हैं. मुलायम सिंह के नजदीक रहे हजरत दादा मियां की खानकाह के सज्जादानशीं सैयद अबुल बरकात नजमी ने बताया कि 60-70 के दशक की बात है, उस समय मुलायम सिंह की वेतन 35 रुपये हुआ करता था.राजनीतिक शुरुआत में नेताजी के पास ज्यादा पैसे नहीं होते थे. उन्होंने एक पुरानी एंबेसडर कार खरीदी थी.एक बार अपनी एंबेसडर कार से आये हुए थे. और उनकी गाड़ी का पेट्रोल खत्म हो गया था. उन्होंने 50 रुपये का हमने पेट्रोल डलवाया था.एंबेसडर कार से मुलायम सिंह लखनऊ गये. अक्सर वह दारुल मौला आया करते थे. उनकी बहुत इज्जत करते थे.

क्रांति रथ

साल 1985 की बात है. मुलायम सिंह टेंपो से चमनगंज दारुल मौला गुड्डू अशरफ के घर आए. गुड्डू अशरफ के उस वक्त तीन पेट्रोल पंप थे. गुड्डू की पत्नी तसलीम अशरफ ने फोन करके उन्हें बताया कि  मुलायम सिंह आये है. इस पर गुड्डू अशरफ दो केन डीजल लेकर लाए. इसके बाद रथ रवाना हुआ. उस बार मुलायम सिंह जनता दल से CM बने. वह अक्सर दारुल मौला आया करते थे. डॉ. तारिक मुस्तफा ने बताया कि उनके गुड्डू अशरफ से अच्छे संबंध रहे हैं. जब वह रक्षा मंत्री थे तब दारुल मौला आए थे. नेताजी महिलाओं का बहुत सम्मान किया करते थे.

-भारत एक्सप्रेस



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