गुरुद्वारे में मत्था टेकते पीएम मोदी
The Modi-Sikh Connection: देश के प्रधानमंत्री बनने के बाद से ही पीएम नरेंद्र मोदी ने सिख समुदाय की बेहतरी के लिए कई काम किए हैं. सिख समुदाय के प्रति उनकी प्रतिबद्धता इस बात से ही पता चलती है कि देशभर में सिख समुदाय द्वारा चलाए जा रहे ‘लंगर’, हरमंदिर साहिब में सामुदायिक रसोई और देश भर के गुरुद्वारों पर लगने वाले GST में छूट दी गई है. “सेवा भोज योजना” के तहत उठाए गए इस कदम से सभी को मुफ्त भोजन देने वाले धार्मिक और धर्मार्थ संस्थानों को वित्तीय रूप से राहत मिली है. मानवता के प्रति उनकी निस्वार्थ सेवा को सरकार द्वारा मान्यता दी गई.
स्वर्ण मंदिर को लेकर उठाया महत्वपूर्ण कदम
मोदी सरकार ने विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम (FCRA) के तहत अमृतसर में स्वर्ण मंदिर का पंजीकरण सुनिश्चित किया. सरकार द्वारा लिया गया यह अभूतपूर्व निर्णय सिखो के इस पवित्र धर्मस्थल को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिलने वाले दान को स्वीकार करने की अनुमति देता है. विदेशों में बड़ी संख्या में रहने वाले सिख प्रवासी और उनके आध्यात्मिक हृदयभूमि (स्वर्ण मंदिर) के बीच बंधन को मजबूत करता है.
सिख धर्म के प्रति पीएम मोदी की आस्था सिख तीर्थ स्थलों को और अधिक सुलभ बनाने के उनके प्रयासों में भी दिखाई देती है. हेमकुंड साहिब में रोपवे के उद्घाटन ने श्रद्धालुओं, विशेषकर बुजुर्गों और शारीरिक अक्षमताओं वाले लोगों के लिए इस पवित्र सिख तीर्थ की यात्रा को आसान बना दिया है.
‘वीर बाल दिवस’
मोदी ने गुरु गोबिंद सिंह जी के पुत्रों के साहस और बलिदान को याद करने के लिए ‘वीर बाल दिवस’ की सौगात दी. यह स्मरणोत्सव उन युवा शहीदों की वीर भावना और बलिदान को याद करने का एक बेहतरीन प्रयास है.
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बर्मिंघम विश्वविद्यालय में गुरु नानक चेयर
पहले सिख गुरु के सम्मान में भारत सरकार ने बर्मिंघम विश्वविद्यालय में गुरु नानक चेयर की स्थापना की. पीएम मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में भी भूकंप के बाद लखपत गुरुद्वारे के जीर्णोद्धार की निगरानी की और सिख विरासत को संरक्षित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया. पीएम मोदी ने भारत में सिखों, सिख धर्म की भलाई और उन्नति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है.