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Sitapur: महिलाओं को बर्बरतापूर्वक पीटने के मामले में SHO समेत तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड, जहां थे तैनात उसी थाने में दर्ज हुआ मुकदमा

इस मामले में पीड़िता अन्नपूर्णा ने बताया कि थाना क्षेत्र में बीती 18 जून सुबह पारिवारिक विवाद के चलते उनके पति निरंकार शर्मा ओंकार थाने पर प्रार्थना पत्र देने गए हुए थे.

UP Police

फोटो-सोशल मीडिया

जितेंद्र सैनी

Sitapur: उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले से बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां पर महिलाओं को बर्बरतापूर्वक पीटने के मामले में एसएचओ सहित तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है. तीनों के खिलाफ उसी थाने में मामला दर्ज किया गया था, जहां पर वे तैनात थे. महिला ने इस पूरी घटना को लेकर एसपी और डीएम से शिकायत की थी.

इस मामले में जानकारी सामने आ रही है कि यूपी के सीतापुर में थाने के अंदर कमरे में बंद कर महिलाओं की पट्टे से पिटाई के मामले में हुई जांच में एसएचओ ,महिला सिपाही सहित दीवान दोषी पाए गए हैं. इसी के बाद एसपी घुले सुशील चंद्रभान ने दोषी तीनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है. इतना ही नहीं इन तीनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ उन्हीं के थाने पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. यह मुकदमा पीड़ित महिला अन्नपूर्णा की तहरीर पर दर्ज किया गया है. थाने के अंदर कमरे में बंद कर महिलाओं को पट्टे से पीटने का सनसनीखेज मामला रामपुर मथुरा थाना क्षेत्र का है. पीड़ित महिलाओं ने डीएम सहित एसपी को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई थी, जिसके बाद एसपी ने एएसपी सहित महिला थानाध्यक्ष से जांच कराई थी, जिसमे तीनो पुलिस कर्मी दोषी पाए गए.

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इस मामले में पीड़िता अन्नपूर्णा ने बताया कि थाना क्षेत्र में बीती 18 जून सुबह पारिवारिक विवाद के चलते उनके पति निरंकार शर्मा ओंकार थाने पर प्रार्थना पत्र देने गए हुए थे, लेकिन जब वह देर शाम घर वापस नहीं पहुंचे तो वह परिवार की महिला सदस्यों के साथ थाने पहुंची और अपने लोगों के बारे में जानकारी करने लगीं. उन्होंने डीएम व एसपी को दिए गए प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया है कि रामपुर मथुरा थाने के कोतवाल राम अवध चौहान ने सभी महिलाओं के साथ अभद्रता करते हुए गाली गलौज की और विरोध करने पर एक कमरे में बंद कर दिया और इतना ही नहीं पुलिसकर्मियों ने कमरे में बंदकर पट्टे से सभी महिलाओं की पिटाई भी की, जिसके निशान उनके शरीर पर हैं. पीड़िता ने ये भी बताया कि पुलिस ने महिलाओं सहित आठ लोगों को हिरासत में लेकर 151 की कार्रवाई करते हुए उनका चालान भी कर दिया.

इस के बाद पीड़िताओं ने डीएम और एसपी से न्याय की गुहार लगाई. इस पर एसपी घुले सुशील चंद्रभान ने इस पूरे मामले की जांच एएसपी एनपी सिंह सहित महिला थाना अध्यक्ष पूजा यादव को सौंप दी. पूरे मामले को लेकर एसपी को सौंपी गई जांच रिपोर्ट में SHO राम अवध चौहान सहित महिला सिपाही व थाने के दीवान को दोषी पाया गया, जिस पर एसपी ने तीनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करते हुए उनके खिलाफ उन्हीं के थाने में अभियोग दर्ज करने के आदेश भी दे दिए हैं.

-भारत एक्सप्रेस

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