Bharat Express

यमुना नदी में बढ़ते जल स्तर से परेशान सीएम केजरीवाल ने गृह मंत्री अमित शाह को लिखा पत्र, हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़ने के मामले में की हस्तक्षेप की मांग

केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, बुधवार दोपहर 3 बजे दिल्ली में यमुना का जल स्तर 207.66 मीटर तक पहुंच गया. यह खतरे के निशान से काफी अधिक है और आधी रात तक 207.72 मीटर को पार करने का अनुमान है.

सीएम केजरीवाल (फाइल फोटो)

सीएम केजरीवाल (फाइल फोटो)

Delhi Flood Alert: मानसून के सक्रीय हो जाने से देशभर में इनदिनों घरघोर बर्षा हो रही है. नदी, नाले तालाब सभी उफान पर हैं. पहाड़ी राज्यों का हाल तो बद से बदतर है. उत्तराखंड से लेकर हिमाचल तक और कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक आफत की बारिश हो रही है. इससे देश की राजधानी दिल्ली भी अछूता नहीं है. गली मुहल्ले तो छोड़िए मंत्रियों के आवास तक में पानी भरा हुआ है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को यमुना नदी में बढ़ते जल स्तर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है. उन्होंने गृह मंत्री से हरियाणा में हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़ने के मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है. केजरीवाल ने कहा कि यमुना का जलस्तर बारिश के कारण नहीं बल्कि हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी के कारण बढ़ रहा है.

यमुना का जल स्तर खतरे के निशान के बहुत पार

केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, बुधवार दोपहर 3 बजे दिल्ली में यमुना का जल स्तर 207.66 मीटर तक पहुंच गया. यह खतरे के निशान से काफी अधिक है और आधी रात तक 207.72 मीटर को पार करने का अनुमान है. पत्र में, केजरीवाल ने कहा कि यमुना में पिछला उच्चतम स्तर 1978 में 207.49 मीटर दर्ज किया गया था जब राष्ट्रीय राजधानी में बड़ी बाढ़ की स्थिति देखी गई थी. मुख्यमंत्री ने कहा, ”केंद्रीय जल आयोग के अनुमान के मुताबिक, आज रात यमुना का स्तर 207.72 मीटर तक पहुंच जाएगा, जो बेहद चिंताजनक है.” उन्होंने कहा, “पिछले तीन दिनों से दिल्ली में बारिश नहीं हुई है. दिल्ली में यमुना का जल स्तर दिल्ली में बारिश के कारण नहीं, बल्कि हरियाणा में स्थित हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी के कारण बढ़ रहा है.” उन्होंने गृह मंत्री से पानी छोड़े जाने की गति को सीमित करने का अनुरोध किया है.”

यह भी पढ़ें: ओवैसी ने पीएम मोदी पर कसा तंज, बोले- आपकी समान नागरिकता की बातें सिर्फ ढोंग हैं, हिंदुओं को होगा सबसे ज्यादा नुकसान

मौसम विभाग ने कहा है कि अगले 5 दिनों के दौरान उत्तराखंड, पूर्वी राजस्थान और उत्तर प्रदेश में हल्की से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है. हिमाचल प्रदेश, पंजाब और दक्षिण हरियाणा, पश्चिमी राजस्थान में 10 तारीख को और उसके बाद महत्वपूर्ण कमी आई. 14 जुलाई को हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तरी हरियाणा, चंडीगढ़ में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने की भी संभावना है. दिल्ली में भी आज छिटपुट भारी वर्षा होने और उसके बाद इसमें कमी आने की संभावना है.

-भारत एक्सप्रेस

Bharat Express Live

Also Read