असम के सीएम हिमंता सरमा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह
ULFA Peace Deal: पूर्वोत्तर भारत में अशांति की खबरों के बीच असम प्रांत के उग्रवादी संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (ULFA) ने मुख्य धारा में आने के लिए बड़ा फैसला लिया है. ULFA की ओर से केंद्र एवं असम सरकारों के साथ एक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं. इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मौजूद रहे.
न्यूज एजेंसी ANI ने बताया कि गृहमंत्री अमित शाह की अगुवाई में आज हुए शांति समझौते में उग्रवादियों के हिंसा छोड़ने और समाज की मुख्यधारा में शामिल होने की बातें शामिल हैं. यह शांति समझौता अरबिंद राजखोवा के नेतृत्व वाले ULFA गुट और सरकार के बीच 12 साल चली बिना शर्त बातचीत का समापन है. इस शांति समझौते के साथ उल्फा के 700 कैडरों ने भी समर्पण किया है.
#WATCH दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "लंबे समय तक असम और पूरे उत्तर-पूर्व ने हिंसा झेली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में ही उग्रवाद, हिंसा और विवाद मुक्त उत्तर-पूर्व भारत की कल्पना लेकर गृह मंत्रालय चलता रहा है… भारत सरकार, असम सरकार और ULFA के बीच… pic.twitter.com/tGwzbQqEUH
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 29, 2023
ULFA के 20 नेता एक हफ्ते से दिल्ली में थे
उत्तर पूर्व भारत में ULFA का सालों से सुरक्षाबलों के खिलाफ संषर्घ का इतिहास रहा है. ऐसे में अब शांति समझौते से असम में लंबे समय से चले आ रहे विद्रोह का अंत होने की उम्मीद है. बताया जा रहा है कि ULFA के एक गुट के 20 नेता पिछले एक हफ्ते से दिल्ली में थे. आज ULFA के जिस गुट ने शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, उसके अगुआ अनूप चेतिया हैं. अच्छी बात यह थी कि इस गुट ने वर्ष 2011 के बाद से हथियार नहीं उठाए हैं.
#WATCH दिल्ली: असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने कहा, "आज असम के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल और गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में असम की शांति प्रक्रिया निरंतर जारी है…" https://t.co/9rjVqDBNZ6 pic.twitter.com/IlAhR6cy5s
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 29, 2023
UNLF ने भी किया सरकार से शांति समझौता
इसी प्रकार मणिपुर में भी सबसे पुराने विद्रोही गुट UNLF ने सरकार के साथ शांति समझौता किया था. बीते नवंबर में हुए समझौते के उपरांत केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि यह समझौता पूरे पूर्वोत्तर, विशेषकर मणिपुर में शांति के एक नए युग की शुरूआत को बढ़ावा देने वाला है. बता दें कि यूएनएलएफ मणिपुर में इंफाल घाटी स्थित सबसे पुराना सशस्त्र समूह है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्विटर पर यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (यूएनएलएफ) के लड़ाकों और उनके हथियारों की तस्वीरें शेयर कीं.
यहां पढ़िए पूरी खबर: सबसे पुराने विद्रोही गुट UNLF ने डाले हथियार, सरकार से किया शांति समझौता, अब नहीं होगी हिंसा?
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