असम: नोटों की गड्डियों के साथ सोने वाले शख्स की तस्वीर पर विवाद, इस पार्टी से संबंध की बात
शख्स की पहचान असम में यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (UPPL) के सदस्य बेंजामिन बासुमतारी के रूप में हुई है. पार्टी ने कहा कि बासुमतारी को बीते फरवरी माह में विलेज काउंसिल डेवलपमेंट कमेटी के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था.
‘बहुविवाह पर रोक…सिर्फ दो ही बच्चे’, असम का मूल निवासी बनने के लिए बांग्लादेशियों को माननी पड़ेंगी ये शर्तें
सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने जिन शर्तों को बताया है, उनमें- परिवार में दो बच्चे हों, बहुविवाह से बचना और नाबालिग बेटियों की शादी को रोकना शामिल है.
प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर काजीरंगा नेशनल पार्क, PM मोदी की विजिट ने दिलाया इंटरनेशनल इको-टूरिज्म साइट का दर्जा
430 वर्ग किलोमीटर के व्यापक क्षेत्र में फैला काजीरंगा नेशनल पार्क और टाइगर रिजर्व ब्रह्मपुत्र नदी घाटी का सबसे बड़ा पर्यटन इलाका है. यह विभिन्न प्रकार की वनस्पतियों और जीवों का बसेरा है. पीएम मोदी ने अपनी विजिट के दौरान यहां हाथी की सफारी की. उनकी वजह से यह टूरिज्म हॉटस्पॉट बन गया.
CAA आखिरकार लागू हुआ: 4 साल बाद नोटिफिकेशन जारी, 3 देशों से आए पीड़ित-जन अब भारतीय नागरिक बनेंगे
केंद्र सरकार ने CAA का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. लोकसभा चुनाव से पहले सरकार का यह बड़ा कदम है. तीन पड़ोसी देशों पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से प्रताड़ित होकर निकले हिंदू, सिख और बौद्ध अनुयायियों को अब भारतीय नागरिकता मिलेगी.
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा की राजनीतिक दलों को चेतावनी- CAA को लेकर प्रदर्शन किया तो…
CAA बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से 31 दिसंबर 2014 को या उससे पहले भारत में प्रवेश करने वाले और उसके बाद पांच साल तक देश में रहने वाले हिंदू, जैन, ईसाई, सिख, बौद्ध और पारसियों को भारतीय नागरिकता प्रदान करने का प्रावधान करता है.
असम की ताजा चाय ने पूरी दुनिया में बनाई अपनी पहचान, पर्यटक यहां के बागानों में जरूर जाया करें- PM मोदी | VIDEO
पूर्वोत्तर भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज असम और अरुणाचल प्रदेश के कई स्थानों का दौरा किया. उन्होंने असम के चाय बागानों के बारे में बात की. पर्यटकों से वहां के चाय बागानों और काजीरंगा पार्क जाने का आग्रह किया.
असम में ‘जादू-टोने’ के खिलाफ पारित बिल जादूई उपचार (मैजिकल ट्रीटमेंट ) से क्यों है ईसाई समाज को नाराजगी?
इस विधेयक का प्राथमिक प्रयास बहरापन, गूंगापन, अंधापन, शारीरिक विकृति और ऑटिज्म (एक दिमागी ) जैसी कुछ जन्मजात बीमारियों के इलाज के नाम पर जादुई उपचार को प्रतिबंधित करना है.
जमात-ए-इस्लामी हिंद असम और उत्तराखंड सरकार के फैसले से खफा, कहा- मुस्लिम पर्सनल लॉ में दिया जा रहा है दखल
मुस्लिम समुदाय के एक प्रमुख संगठन जमात-ए-इस्लामी हिंद का मानना है कि असम की सरकार के फैसले से मुस्लिम विवाहों के विनियमन और दस्तावेज़ीकरण की कमी हो जाएगी। मुसलमानों को विवाह का पंजीकरण बाधित होगा। औरतों को खतरों का सामना करना पड़ सकता है।
क्या मुस्लिम मैरिज एंड डिवोर्स एक्ट खत्म होने के बाद असम में होगा बड़ा बदलाव? CM हिमंत बोले- बहुविवाह को भी क्रिमिनल ऑफेंस में लाएंगे
Assam सरकार द्वारा असम मुस्लिम विवाह और तलाक पंजीकरण अधिनियम 1935 को रद्द कर दिया गया है. इस अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार, पुरुषों के लिए 21 वर्ष से कम और महिलाओं के लिए 18 वर्ष से कम उम्र के इच्छुक व्यक्तियों के विवाह को पंजीकृत करने की गुंजाइश बनी रहती है.
कांग्रेस मुसलमानों से झूठी हमदर्दी दिखा रही है, हमारे लोगों को डिटेंशन सेंटर में भेजकर धोखा दिया- बदरुद्दीन अजमल
ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) के चीफ बदरुद्दीन अजमल ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला. दावा किया कि आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस असम में एक भी सीट नहीं जीत पाएगी.