Bharat Express

माफिया अतीक अहमद की बहन आयशा और उसकी दो बेटियां भी वांटेड, असद की तलाश में नेपाल तक तलाशी

Umesh Pal Murder Case: असद के साथ पुलिस अन्य शूटर्स गुलाम मोहम्मद, साबिर, अरमान की भी तलाश कर रही है और उन्हें दबोचने के लिए 4000 से अधिक मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगाए जा चुके हैं.

Atiq Ahmed

अतीक अहमद (फोटो सोर्स- PTI)

Umesh Pal Murder Case: उमेश पाल की हत्या मामले में माफिया अतीक अहमद की बहन आयशा नूरी और उसकी दो बेटियों को भी वॉन्टेंड घोषित कर दिया गया है. पुलिस अब अतीक की बहन और उसकी दो भांजियों की तलाश में छापेमारी कर रही है. इन सभी पर शूटर्स को संरक्षण देने का आरोप है.

साथ ही अतीक की पत्नी शाहिस्ता परवीन, बेटा असद और उमेश पाल हत्याकांड में शामिल शूटर्स को ढूंढने के लिए जगह-जगह छापेमारी कर रही है. इस ऑपरेशन में प्रयागराज पुलिस और यूपी एसटीएफ की कुल 22 टीमें लगी हैं. इसके अलावा तीन टीमों को कॉल डिटेल और सर्विलांस के लिए लगाया गया है.

4 अन्य टीमें पूछताछ और जांच के दौरान मिल रही अहम जानकारियों की कड़ी को जोड़ने में लगी हैं. सूत्रों के मुताबिक, अब हर शूटर के लिए 3 डेडिकेटेड टीमें काम कर रही हैं. एसटीएफ ने मेरठ,नोएडा,वाराणसी सहित सभी टीमों को भी अलगअलग लगा दिया है.

इसके अलावा अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता की तलाश में पुलिस की 3 टीमें और अतीक के बेटे असद की तलाश में 9 टीमें लगाई गई हैं. उमेश पाल हत्याकांड के बाद फरार पांचों शूटरों को पनाह देने वालों में उमर और अली के पुराने मददगार भी रडार पर हैं और पुलिस इनसे जुड़ी जानकारी जुटाने में लगी है.

नेपाल से भूटान तक तलाशी जारी

सूत्रों के मुताबिक, गुजरात, राजस्थान, यूपी के मेरठ, प्रयागराज, कौशाम्बी,लखनऊ, आगरा सहित नेपाल और भूटान तक टीम लगातार छापेमारी कर रही है. कल देर रात भी कुल 13 जगह अलगअलग शहरों में छापेमारी हुई है.

उमेश पाल हत्याकांड से पहले ही पशु तस्करी के रैकेट से 40 से ज्यादा एक्टिवेटेड सिम मिले थे. जानकारी मिली थी कि फर्जी नाम-पते पर हासिल किए गए सिम का अब शूटर इस्तेमाल कर रहे हैं. वहीं आशंका है कि असद नेपाल में भी छिपा हो सकता है. सूत्रों के मुताबिक, असद का पासपोर्ट नहीं बना है. इस आशंका के मद्देनजर असद की नेपाल के साथ-साथ भूटान में भी तलाश जारी है.

असद के साथ पुलिस अन्य शूटर्स गुलाम मोहम्मद, साबिर, अरमान की भी तलाश कर रही है और उन्हें दबोचने के लिए 4000 से अधिक मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगाए जा चुके हैं. इसके अलावा, अलग-अलग राज्यों से 600 से ज्यादा संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई है.

-भारत एक्सप्रेस



इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.

Also Read