शाइस्ता परवीन
Shaista Parveen: उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder) मामले में एक बड़ी जानकारी सामने आ रही है. पुलिस को जानकारी मिली है कि माफिया ब्रदर्स ने हत्याकांड का नाम “ऑपरेशन जानू” रखा था और इस हत्याकांड को अंजाम देने के लिए पूरी योजना बनाई थी कि किसी तरह की चूक न हो. इसके लिए सभी शूटर्स को पूरी योजना ढंग से समझाई गई थी. वहीं पार्टी करके हत्याकांड का जश्न पहले ही मना लिया गया था.
उमेश पाल हत्याकांड मामले में कई अहम जानकारी पुलिस के हाथ लगी है. इन सबूतों की मदद से पुलिस आगे बढ़ रही है. वहीं फरार शाइस्ता की तलाश में पुलिस संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. अब इस हत्याकांड में अतीक के बड़े बेटे उमर को आरोपी बनाने की तैयारी है. बताया जा रहा है कि हत्या से एक दिन पहले ही असद, उमर से जेल में मिला था और घंटों उससे बात की थी. आशंका जताई जा रही ही उमर भी इस हत्या की रणनीति बनाने में कहीं न कहीं शामिल है. मालूम हो कि 24 फरवरी को अतीक के शूटर्स ने उमेश पाल और उनकी सुरक्षा में लगे यूपी पुलिस के 2 गनर की गोली-बम मारकर दिन-दहाड़े हत्या कर दी थी. इसी के बाद से पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम शूटर्स की तलाश में जुटी हुई है. हालांकि पुलिस अतीक के बेटे असद सहित कई गुर्गों को मुठभेड़ में ढेर कर चुकी है, लेकिन अभी भी शाइस्ता के साथ ही अतीक की बहन आयशा नूरी, अशरफ की बीवी जैनब और गुड्डू मुस्लिम पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं.
हत्याकांड से पहले मना था जश्न
जानकारी सामने आ रही है कि हत्यकांड की सफलता को लेकर अतीक और शाइस्ता व उसका बेटा व गुर्गे इतने आश्वस्त थे कि हत्या से पहले ही पार्टी कर जश्न मना लिया था. जानकारी सामने आई है कि शूटआउट से पहले हुई इस पार्टी में शाइस्ता के साथ ही गुड्डू मुस्लिम, असद और सभी शूटर्स शामिल हुए थे और जमकर जाम लड़ाए गए थे.
शाइस्ता को पकड़ने के लिए इन इलाकों में हो चुकी है छापेमारी
हत्याकांड के दो महीने बीत जाने के बाद भी अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता पुलिस के हाथ नहीं लगी है. पुलिस मान रही है कि अगर वो हाथ लग जाती है तो अतीक के सारे राज खुल जाएंगे. फिलहाल उसकी गिरफ्तारी अहम मानी जा रही है. इस दौरान पुलिस-एसटीएफ शाइस्ता को पकड़ने के लिए यूपी की राजधानी लखनऊ के साथ ही मेरठ, कौशांबी, प्रतापगढ़ सहित कई शहरों में छापेमारी कर चुकी है.
-भारत एक्सप्रेस