यूपी विधानसभा
UP Assembly Budget Session: उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र आज समाप्त हो गया. 18वीं विधानसभा के 2023 के पहले सत्र की शुरुआत 20 फरवरी को हुई थी. अबकी विधानसभा का सत्र 11 दिन चला जिसमें केवल 36 मिनट के लिए कार्यवाही स्थगित हुई और कुल 83 घंटे 15 मिनट सदन चला. इसकी जानकारी विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना की तरफ से दी गई है.
विधानसभा स्पीकर सतीश महाना ने होली की शुभकामनाओं के साथ सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की घोषणा की. इस दौरान सदन में समस्त सदस्य मौजूद रहे. यह बजट सत्र काफी हंगामेदार रहा. कानपुर देहात में मां-बेटी की अग्निकांड में हुई मौत के साथ ही रामचरितमानस पर सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की गई विवादित टिप्पणी को लेकर सदन में जमकर हंगामा हुआ.
कई मुद्दों पर विपक्ष ने सरकार को घेरा
राज्य सरकार द्वारा गन्ने के दाम नहीं बढ़ाने का मुद्दा विधानसभा में उठाया गया. इस दौरान अखिलेश यादव ने किसानों की आय दोगुनी करने के बीजेपी के वादे की याद दिलाते हुए सरकार पर निशाना साधा. साथ ही महंगाई, बेरोजगारी और कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर भी विपक्ष ने जमकर हंगामा किया. इसके साथ ही विपक्ष ने बीजेपी सरकार की नीतियों को लेकर भी योगी सरकार पर निशाना साधा.
बजट को लेकर चर्चा के दौरान सपा समेत अन्य विपक्षी दलों ने अपनी आपत्तियां जताईं जबकि सरकार ने विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए अपनी योजनाएं गिनाईं. दूसरी तरफ, प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या का मामला गरमाया रहा. इस मामले को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ और नेता विपक्ष अखिलेश यादव के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई.
लखनऊ में ‘ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023’ की मेजबानी करने वाली राज्य सरकार से विपक्ष ने यह भी पूछा कि पिछली बैठकों में किए गए निवेश के कितने प्रतिशत वादे को धरातल पर लागू किया गया है. वहीं सरकार ने इन्वेस्टर्स समिट में 33 लाख करोड़ के निवेश के प्रस्तावों का जिक्र किया और तमाम योजनाओं के जरिए लोगों को होने वाले लाभ के बारे में बताया.
-भारत एक्सप्रेस
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