फोटो-सोशल मीडिया (सांकेतिक)
UP News: उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के कादरचौक क्षेत्र के लोहाठेर गांव में प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने मदरसा संचालक साहिल अजीज के ठिकाने पर छापा मारा, तो घर में अफरा-तफरी मच गई. आनन-फानन में महिलाओं ने अपने जेवर बचाने के लिए छत पर चढ़कर उन्हें खेतों में फेंकना शुरू कर दिया. यह देखकर मोहल्ले के लोग भी सकते में आ गए. बताया जा रहा है कि ये जेवर ईडी को नहीं मिल सके हैं.
मिली जानकारी के मुताबिक, लोहाठेर गांव का साहिल अजीज करीब दस साल से फर्जी मदरसा चला रहा है. उसके मदरसों में सैकड़ों फर्जी बच्चे भी दर्ज हैं. यहां से बाकायदा उन बच्चों की छात्रवृति निकाली जा रही थी. अब तक मदरसा संचालक सरकार को करोड़ों रुपये का चूना लगा चुका था. इससे वह कई गांवों में संपत्ति भी खरीद चुका है. इस सम्बंध में तीन साल पहले ही मामला दर्ज दो चुका है. मीडिया सूत्रों के मुताबिक अजीज जिस भवन में मदरसा संचालित होने के दावे कर रहा था, वहां पर सिर्फ दीवारें खड़ी मिली हैं और एक सरकारी नल लगा हुआ है. मालूम हो कि तीन साल पहले सिविल लाइंस थाने में छात्रवृति घोटाले के संबंध में एफआईआर दर्ज हुई थी. उसमें तमाम फर्जी मदरसा संचालकों और बैंक प्रबंधकों के नाम शामिल थे. चूंकि यह मामला काफी बड़ा था, इसलिए लखनऊ स्तर से इसकी जांच चल रही है.
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देर रात ईडी की टीम ने की जांच
लखनऊ से पहुंची प्रवर्तन निदेशालय की टीम गुरुवार दोपहर करीब दो बजे कादरचौक थाना क्षेत्र के गांव लोहाठेर पहुंची. रैपिड एक्शन फोर्स और महिला टीम के साथ साहिल अजीज के घर पर छापा मारा. देर रात तक चली छानबीन के दौरान तमाम दस्तावेज कब्जे में लिए गए. कुछ नकदी भी जब्त होने की बात सामने आई है. टीम अभिलेखों में दर्ज मदरसा स्थलों पर भी गई, लेकिन वहां कोई मदरसा संचालित नहीं होते मिला. जानकारी सामने आई है कि मदरसे के नाम पर भमुईया, गौरामई और रमजानपुर में भी जमीन खरीदी गई. उसने दो जगह पर कुछ भवन भी बनवाए हैं, लेकिन वहां कभी पढ़ाई नहीं हुई. इन तमाम चीजों को देखते हुए संचालक का नाम सरकार की लिस्ट में शामिल हो चुका था.
बंदायु में संचालित मिले 90 गैर मान्यता प्राप्त मदरसे
मीडिया सूत्रों के मुताबिक गत वर्ष प्रदेश स्तर से जिले में संचालित मदरसों की जांच कराई गई थी. इस दौरान 90 गैर मान्यता प्राप्त मदरसे मिले थे. हालांकि 214 मान्यता प्राप्त मदरसे संचालित हैं, इनमें सबसे ज्यादा ककराला में 30, सहसवान में 26, बिसौली में 18, बिल्सी में पांच, सदर तहसील में 19 और दातागंज इलाके में 22 मदरसे हैं.
-भारत एक्सप्रेस