लखनऊ में कांग्रेस का दामन थामते सीपी राय
मुलायम सिंह यादव के समाजवादी जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्रित्व काल में महामंत्री और प्रवक्ता रहे, समाजवादी पार्टी के संस्थापकों में से एक, संस्थापक महामंत्री रहे, मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) एवं अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की सरकार में दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री सीपी राय ने कल उत्तर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी (Congress State President Brijlal Khabari) समेत सैकड़ों कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में कांग्रेस का दामन थाम लिया.
सीपी राय को करीब से जानने वाले लोग यह भी बताते हैं कि सीपी राय (CP Rai) ने दो बार राज्य मंत्री का दर्जा लेने से इनकार कर दिया था. आगरा विश्वविद्यालय के पूर्व शिक्षक सीपी राय ने राजनीति शास्त्र, शिक्षा शास्त्र, मास कम्युनिकेशन में मास्टर डिग्री ग्रहण की है और साथ में एलएलबी भी किया है. उन्होंने शिक्षा शास्त्र, राजनीति शास्त्र में पीएचडी किया है.
सीपी राय मूलत: आजमगढ़ के रहने वाले हैं लेकिन बचपन से आगरा में पले बढ़े और नौकरी में रहने के दौरान आगरा के ही होकर रह गये. दो – दो बार राज्य मंत्री रहने के बावजूद सीपी राय के पास राज्य की राजधानी लखनऊ में एक इंच भी जमीन नहीं है.
डॉo चंद्र प्रकाश राय (Dr Chandra Prakash Rai) जाने माने समाजवादी चिंतक, कवि, लेखक, अखबारों के रेगुलर स्तंभकार, टीवी चैनल्स के लोकप्रिय स्वतंत्र राजनीति विश्लेषक हैं. इनकी पुस्तक के रूप में प्रकाशित राजनीति शास्त्र की थिसिस को डॉo सुभाष कश्यप के साथ संसदीय पुस्तक पुरस्कार मिल चुका है, इनकी तीन और पुस्तके शीघ्र प्रकाशित होने वाली हैं. लोकबंधु राजनरायन (Lokbandhu Rajnarayan) और उनके निधन के बाद सीपी राय मुलायम सिंह यादव के बहुत विश्वसनीय साथी रहे. इसके अलावा उनका रामकृष्ण हेगड़े, पूर्व प्रधानमंत्री चंद्र शेखर और देवी लाल तथा जॉर्ज फर्नाडीज जैसे तमाम नेताओं से बहुत घनिष्ट रिश्ता रहा.
छात्र जीवन से लेकर तीन वर्ष पूर्व तक तमाम राजनीतिक पदो पर रहने वाले सीपी राय मात्र 34 -35 साल की उम्र में समाजवादी जनता पार्टी के महामंत्री और प्रवक्ता थे जिसके बाकी सभी महामंत्री बेनी प्रसाद वर्मा, रमाशंकर कौशिक, भगवती सिंह और आजम खान इत्यादि प्रदेश के कैबिनेट मंत्री थे. सीपी राय मुलायम सिंह के निधन तक उनके साथी रहे, पर तीन वर्ष से दलीय राजनीति छोड़कर केवल लेखन कर रहे थे और राजनीतिक विश्लेषक के रूप में सक्रिय थे. उन्होंने ट्वीट करके समय की मांग और लोकतंत्र के प्रति प्रतिबद्धता के कारण कांग्रेस में शामिल होने का फैसला लेना बताया था तो वहीं कांग्रेस ज्वाइन करते समय कहा कि “देश गम्भीर संकट में है. इस संकट के खिलाफ सर पर कफ़न बांधकर लड़ने वाले आदमी का नाम है राहुल गांधी.”
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.