राकेश टिकैत, नेता, भाकियू
Kanpur Dehat: उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जिले के मंडोली गांव में हाल ही में हुई दर्दनाक घटना, जिसमें एक झोपड़ी के अंदर मां-बेटी की जिंदा जलकर मौत हो गई थी. इस घटना के बाद सियासत गरमाई हुई है. इस मामले को लेकर किसान नेता राकेश टिकैत भी पीड़ितों से मिलने के लिए गुरुवार को पहुंचे और पीड़ितों को न्याय दिलाने का भरोसा दिया.
मीडिया से बात करते हुए टिकैत ने कहा, “जिस तरीके से एक गरीब की झोपड़ी में आग लगने से मौत हुई है. ऐसा किसी और के साथ ना हो. आज उस पीड़ित परिवार से मिलने जा रहा हूं और मिलकर उनकी लड़ाई में उनका साथ दूंगा. मैं आज उस परिवार से मिलूंगा जिनका घर बुलडोजर ने तोड़ दिया और उस परिवार ने अपने घर में आग लगा कर खुद को जलाने के लिए मजबूर हुए.”
टिकैत ने कहा, “आगे देश में ऐसी कोई घटना ना हो इसके लिए संघर्ष करेंगे. हम पीड़ित परिवार के साथ हैं.” सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरीके से हर शहर में किसान की जमीन नीलाम हो रही है. देश में किसी भी प्रकार का कोई कानून और संविधान नहीं है. सभी तरीके के उल्लंघन इस सरकार में हो रहे हैं.
बजट पर भी घेरा
राकेश टिकैत ने बजट पर भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा कि कर्ज बढ़ाने के लिए यह बजट लाया गया है. सरकार फसलों के दाम तक किसानों को नहीं दे रही है. वहीं लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर टिकैत ने कहा कि 2024 में सिर्फ और सिर्फ धार्मिक बातें होंगी और इन बातों में लोगों को उलझाया जा रहा है. यहां पर जमीन कब्जा करने की मुहिम चलाई जा रही है.
नेहा राठौर को पुलिस द्वारा नोटिस दिए जाने के मामले पर किसान नेता ने कहा कि जो सरकार के खिलाफ बात करेगा, उसे सरकार तलवारों की नोक पर घेरना चाह रही है. इस सरकार को अपने चाटुकार चाहिए. अगर इनका कोई विरोध करेगा तो यह उसे नोटिस थमा देंगे. राकेश टिकैत ने मीडिया पर भी तंज कसते हुए कहा कि जब कलम और कैमरे कमल की तरफ जाना शुरू हो जाएगा तो यह देश सो जाएगा और देश गरीब हो जाएगा. इसलिए कलम को अपना काम करना चाहिए और उसे कमल की तरफ नहीं जाना चाहिए.
-भारत एक्सप्रेस