गंगा में डूबे छात्रों की फाइल फोटो
UP News: उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले से दर्दनाक हादसा हुआ है. गंगा स्नान के लिए MBBS के पांच छात्र नहाते वक्त डूब गए. इनमें से दो को तो सही-सलामत निकाल लिया गया है, लेकिन तीन अभी भी लापता हैं और इनकी तलाश जारी है. ये सभी एमबीबीएस तृतीय वर्ष के 2019 बैच के छात्र हैं.
जानकारी के मुताबिक, बदायूं मेडिकल कालेज से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे पांच छात्र महाशिवरात्रि का पर्व होने के कारण कछला स्थित भागीरथ गंगा घाट पर स्नान करने गए थे. गंगा स्नान के दौरान सभी छात्र गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे. इस पर शोरगुल सुनकर स्थानीय गोताखोरों की मदद से अंकुश (राजस्थान) और प्रमोद यादव (22) को तो किसी तरह से बचा लिया गया, लेकिन अन्य गहरे पानी में चले गए. इस पर गोताखोरों की टीम उनको तलाश करने में जुटी है. बताया जा रहा है कि घटना के करीब चार घंटे हो गए हैं, लेकिन अभी तक लापता छात्र नहीं मिल सके हैं. वहीं जो छात्र बाहर निकाले गए हैं, उन्होंने बताया कि वह नहाने के लिए आए थे और डूबने लगे तो शोर मचाया. इस पर उन दो लोगों को तो निकाल लिया गया, लेकिन अन्य तीन लापता हो गए.
जिलाधिकारी ने कहा, अन्य तीनों की तलाश जारी
पूरी घटना को लेकर जिलाधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि कछला गंगा घाट पहुंच कर स्थलीय निरीक्षण किया है और घटना से संबंधित जानकारी ली है. उन्होंने बताया कि अंकुश पुत्र भूपेंद्र गहलोत निवासी भरतपुर राजस्थान उम्र करीब 23 वर्ष प्रमोद यादव पुत्र जयनारायण निवासी गोरखपुर उम्र करीब 22 को बचा लिया गया है. शेष 3 नवीन सेंगर निवासी हाथरस उम्र 22 वर्ष, पवन यादव निवासी बलिया उम्र 24 वर्ष, जय मौर्य निवासी जौनपुर उम्र 26 वर्ष, अभी लापता हैं. उनकी बरामगी के लिए टीमों क़ो लगाया गया है.
ये छात्र हैं लापता
जौनपुर के प्रकाश मौर्य, बलिया के पवन यादव और हाथरस के नवीन सेंगर अभी तक लापता हैं.
नहाने गए थे अंत्येष्टि वाले घाट पर
पूरे मामले में जानकारी ये सामने आ रही है कि जिस घाट पर लोग नहाते हैं, वहां भीड़ अधिक थी. इस पर ये छात्र मुख्य घाट को छोड़कर दूर स्थित अंत्येष्टि वाले घाट की ओर नहाने चले गए और डूब गए.
मेडिकल कॉलेज सवालों के घेरे में
इस मामले में ये भी जानकारी सामने आ रही है कि सभी छात्र बिना किसी परमिशन के कॉलेज से नहाने को गए थे. इस सम्बंध में जब मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल आरपी गुप्ता से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि बच्चे शाम को चाय पीने या खाना खाने निकल जाते हैं. ऐसा नहीं है कि इसके लिए उनको परमिशन लेनी पड़े, लेकिन हां उनको बताकर जाना चाहिए था.
-भारत एक्सप्रेस