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UP News: कासगंज जेल में बंद विधायक अब्बास अंसारी की बढ़ाई गई निगरानी, पांच बॉडी वॉर्न कैमरे और एक ड्रोन लगाए गए

Kasganj:अब्बास अंसारी के भाई उमर अंसारी ने मुख्य सचिव को एक पत्र लिखकर कासगंज जेल में निरुद्ध अपराधी ध्रुव कुमार सिंह उर्फ कुंटू सिंह से अब्बास की जान को खतरा बताया था.

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विधायक अब्बास अंसारी (फोटो-सोशल मीडिया)

Kasganj: चित्रकूट जेल में हुई लापरवाही के बाद अब डीजी जेल आनन्द कुमार के निर्देश पर कासगंज जनपद की जेल में बंद बाहुबली मुख्तार अंसारी के विधायक बेटे अब्बास अंसारी की निगरानी के लिए एक ड्रोन व पांच बॉडी वॉर्न कैमरे उपलब्ध कराए गए हैं. वहीं अब ड्रोन कैमरे की मदद से कासगंज जेल में बंद अब्बास अंसारी और उसके आस-पास की सख्त निगरानी की जाएगी और कारागार मुख्यालय स्थित कंट्रोल रूम में अधिकारी उस पर नजर बनाए रखेंगे.

दरअसल कासगंज जनपद की जेल में जिस हाई सिक्योरिटी बैरक में अब्बास अंसारी को रखा गया है, उसके बाहर एक बंदी रक्षक को बॉडी वॉर्न कैमरे के साथ मुस्तैद किया जाएगा, जिससे वहां की हर गतिविधि रिकार्ड हो सके, जेल अधिकारियों को कैमरे की फीड सुरक्षित रखने के साथ ही मुख्यालय को उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए गए हैं. कासगंज जेल में ही बंद कुख्यात अपराधी ध्रुव कुमार सिंह उर्फ कुंटू सिंह की बैरक के बाहर भी बॉडी वॉर्न कैमरे से लैस बंदी रक्षक की ड्यूटी लगाई गई है. बॉडी वॉर्न कैमरे से लैस एक बंदी रक्षक मुख्य गेट पर तथा दो बंदी रक्षकों को अन्य संवेदनशील स्थानों पर तैनात किए जाने का निर्देश दिया गया है. अब्बास की बैरक के आसपास तैनात बंदी रक्षकों की ड्यूटी हर माह नियमित रूप से बदले जाने के साथ ही हर बार नए बंदी रक्षकों को तैनात किए जाने का निर्देश भी दिया गया है, जिससे इस बार कोई गड़बड़ी न हो.

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बता दें कि विधायक अब्बास अंसारी के भाई उमर अंसारी ने मुख्य सचिव को एक पत्र लिखकर कासगंज जेल में निरुद्ध अपराधी ध्रुव कुमार सिंह उर्फ कुंटू सिंह से अब्बास की जान को खतरा बताया था. इसके बाद कारागार प्रशासन ने सुरक्षा-व्यवस्था को और पुख्ता करना शुरू कर दिया है.

पहले थे चित्रकूट जेल में

मऊ सदर से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी  के विधायक अब्बास अंसारी मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में पिछले तीन महीने से चित्रकूट जेल में बंद थे, लेकिन 10 फरवरी को उनकी पत्नी के गुपचुप तरीके से जेल में मिलने की खबर सामने आने के बाद उनको कासगंज जेल भेज दिया गया है. बता दें कि चित्रकूट जेल में अवैध तरीके से मिलने पर उनकी पत्नी निकहत बानो भी पुलिस रिमाड पर चल रही थीं. इसी मामले में उनके कार चालक को भी रिमांड पर लिया गया था.

पुलिस ने कहा था कि निकहत के पास से 2 मोबाइल फोन के अलावा विदेशी मुद्रा समेत कई आपत्तिजनक सामान बरामद किए गए थे. इस मामले में जेल थाने के प्रभारी एएसआई श्यामदेव सिंह की शिकायत पर जेल अधीक्षक अशोक कुमार सागर, डिप्टी जेलर, एक सिपाही, अब्बास की पत्नी निकहत और उनके वाहन चालक नियाज अहमद समेत पांच लोगों के खिलाफ आपराधिक साजिश रचने और साक्ष्य से छेड़छाड़ करने समेत कई गंभीर आरोपों में मुकदमा दर्ज किया गया था. इस मामले में जेल अधीक्षक और सात अन्य कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया था.

-भारत एक्सप्रेस

 



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