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UP News: कोरोना महामारी के बाद H3N2 वायरस के खतरे ने लोगों को चिंतित कर दिया है. महाराष्ट्र में H3N2 वायरस से दो लोगों की मौत की खबर सामने आने के बाद देश भर में इसको लेकर दहशत फैल गई है. जहां एक ओर डॉक्टर ये कह रहे हैं कि ये खतरनाक नहीं है तो दूसरी ओर एक के बाद एक मौतों की सामने आती खबर ने लोगों को डरा दिया है. इसी को देखते हुए उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के लोकबंधु अस्पताल में H3N2 वायरस के लिए विशेष वार्ड स्थापित किए गए हैं.
न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए बयान में चिकित्सा अधीक्षक अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि “यहां लगभग 25% बुखार के मरीज आ रहे हैं. एहतियात के तौर पर अस्पताल में 10 बेड फ्लू वार्ड में आरक्षित किए गए हैं. ये वायरस घातक नहीं है. तो वहीं वायरस को लेकर पहले ही यूपी में नई गाइड लाइन जारी की जा चुकी है, जिसमें प्रदेशवासियों से मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकलने की अपील की गई है.
इसके साथ ही ये भी कहा गया है कि अगर जरूरत न हो तो भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें. इसी के साथ कहा गया है कि अगर किसी तरह की गम्भीर बीमारी पहले से हैं और इसी बीच सर्दी-जुकाम के लक्षण दिखाई देते हैं तो तुरंत अपने डाक्टर से परामर्श लें. इसी के साथ ये भी अपील की गई है कि खुद से किसी भी तरह की दवा का सेवन न करें. बता दें कि इससे पहले भी देश में दो मौतों की खबर सामने आ चुकी है.
उत्तर प्रदेश: लखनऊ के लोकबंधु अस्पताल में H3N2 वायरस के लिए विशेष वार्ड स्थापित किया गया है।
चिकित्सा अधीक्षक अजय शंकर त्रिपाठी ने कहा, "यहां लगभग 25% बुखार के मरीज आ रहे हैं। एहतियात के तौर पर अस्पताल में 10 बेड फ्लू वार्ड में आरक्षित किए गए हैं। ये वायरस घातक नहीं है।" pic.twitter.com/TgUQkZOnn1
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 16, 2023
वहीं यूपी के स्वास्थ्य महानिदेशालय ने पहले ही प्रदेश के सभी सीएमओ क़ो निर्देश जारी करते हुए कहा है कि यूपी में एच3एन2 इंफ़्लूएंजा का लेकर गाइड लाइन जारी कर दी है. इसी के साथ यूपी में लोगों को मास्क लगाने की अपील की गई है. साथ ही ये भी जानकारी सामने आ रही है कि प्रदेश में एच3एन 2 के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है, लेकिन इसे भी सामान्य फ़्लू की तरह ही बताया जा रहा है लेकिन सावधानी बरतने की भी सलाह दी जा रही है. इस सम्बंध में चिकित्सकों ने सलाह दी है कि ऐसा खान-पान रखें कि शरीर की प्रतिरोधक क्षमता पर्याप्त रहे. अनजान लोगों के साथ निकट संपर्क से बचें.
एसोसिएशन ऑफ इंटरनेशनल डॉक्टर्स के महासचिव अभिषेक शुक्ला ने मीडिया को जानकारी दी कि इन दिनों खांसी की लंबी अवधि का अनुभव करने वालों में से अधिकांश के शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है, यह उम्र या किसी अन्य पहले से मौजूद बीमारी के कारण हो सकता है.
-भारत एक्सप्रेस
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