वाराणसी
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए के शर्मा (A K Sharma) ने कहा कि वाराणसी में जी-20 से सम्बंधित बैठकों का दौर 11 जून, 2023 से शुरू हो रहा है. इस दौरान जी-20 देशों के प्रतिनिधि हमारे मेहमान बनकर आ रहे हैं. उनके स्वागत, सत्कार एवं आतिथ्य में कोई कमी न रहे इसके लिए बनारस की दिव्यता, भव्यता, सुन्दरता एवं व्यवस्थापन में और सुधार करने के प्रयास किये गये हैं. सभी सम्बंधित विभागों को निर्देशित किया गया है कि बेहतर समन्वय बनाकर अतिथियों के स्वागत, सम्मान एवं बेहतरीन व्यवस्था उपलब्ध कराएं, जिससे हमारे देश एवं प्रदेश की अतिथि देवो भवः की संस्कृति को पूरे विश्व में बल मिले. इस बार विदेशी मेहमानों के स्वागत के लिए वाराणसी नये स्वरूप में दिखेगी.
वाराणसी (Varanasi) में 11 से 13 जून तक जी-20 देशों के डेवलपमेंट मिनिस्टर्स की मीटिंग का आयोजन किया जा रहा है. इसमें विभिन्न देशों के 40 से ज्यादा मंत्री और विभिन्न विभागों के अध्यक्षों के साथ ही 160 विदेशी डेलीगेट्स पधारेंगे, वहीं 100 से भी ज्यादा विदेशी पत्रकार (Foreign Journalist) भी वाराणसी पहुंचेंगे. इन सभी के स्वागत सम्मान में प्रदेश सरकार (State Government) की ओर से 11 जून को रात्रिभोज का आयोजन किया जाएगा, जबकि 12 जून को क्रूज के जरिए गंगा आरती में भी विदेशी अतिथि शामिल होंगे. इसके बाद 13 जून को सभी मेहमान भगवान बुद्ध की उपदेश स्थली सारनाथ (Sarnath) का दौरा करेंगे. विदेशी अतिथियों को वाराणसी में पं. दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल भी ले जाया जाएगा, जहां पर वे पूर्वांचल (Purvanchal) के हस्तशिल्पियों की अनूठी कलाओं से भी परिचित होंगे. इस ऐतिहासिक मौके पर प्रदेश की योगी सरकार विदेशी मेहमानों के आतिथ्य में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहती है.
ये है बाबा विश्वनाथ का दिव्य काशी।
ये है माननीय प्रधानमंत्री जी का भव्य काशी।
पिछले दिनों के प्रयासों से यह और भी अलौकिक दिखने लगी है।
काशीवासियों को बधाई।
G20 में आने वाले अतिथियों का स्वागत है।#G20India #G20kashi#G20Varanasi #GoodGovernance #HumaraUP @RSSorg… pic.twitter.com/e7WamtjqQG
— A K Sharma (@aksharmaBharat) June 10, 2023
मंत्री ए के शर्मा (Minister Arvind Kumar Sharma) की जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ गत दिवस तैयारियों को लेकर वाराणसी में की गयी बैठकों और स्थलीय निरीक्षण के बाद प्रशासनिक तैयारियां और तेज हो गईं हैं. काशी (Kashi) को और भव्य व दिव्य बनाने से लेकर विदेशी मेहमानों के भव्य स्वागत तक के लिए पूरी तैयारी हो चुकी है.