सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (फाइल फोटो)
UP Politics: कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनी और उसक असर यूपी में सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर भी दिखने लगा है. अब उनके मिजाज कुछ बदले-बदले से दिखाई दे रहे हैं. यूपी की राजनीति में कांग्रेस के साथ किसी भी तरह से हाथ न मिलाने का दावा करने वाले अखिलेश अब यूपी में भी कांग्रेस को उम्मीद की नजर से देख रहे हैं. शनिवार को जब कर्नाटक में कांग्रेस के नेता शपथ ले रहे थे तब अखिलेश ने ट्वीट करते हुए बधाई दी व उम्मीद जताते हुए बोले, ”आशा है नया नेतृत्व नये कर्नाटक का निर्माण करेगा.”
कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में श्री @siddaramaiah जी एवं उपमुख्यमंत्री के रूप में श्री @DKShivakumar जी को शपथ लेने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
आशा है नया नेतृत्व नये कर्नाटक का निर्माण करेगा।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 20, 2023
बता दें कि शनिवार को कांग्रेस नेता सिद्धारमैया (Siddaramaiah) ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री और डीके शिवकुमार (DK Shivakumar) ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. इस मौके पर सपा प्रमुख ने बधाई दी और ट्वीट किया, ‘‘कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री के रूप में डीके शिवकुमार को शपथ लेने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं.” फिर इसी ट्वीट में उन्होंने आगे कहा है, ”आशा है नया नेतृत्व नये कर्नाटक का निर्माण करेगा.” वहीं बसपा सुप्रीमो ने ट्वीट करते हुए कांग्रेस पर दलित और मुस्लिम समाज की उपेक्षा करने का आरोप लगाया है.
2. कांग्रेस द्वारा कर्नाटक में सीएम पद के लिए दलित समाज की उठी दावेदारी को पूरी तरह से अन्देखी करने के बाद अब किसी भी दलित व मुस्लिम को डिप्टी सीएम नहीं बनाना यह इनकी जातिवादी मानसिकता को दर्शाता है अर्थात इनको यह वर्ग केवल अपने खराब दिनों में ही याद आते हैं। ये लोग सतर्क रहें।
— Mayawati (@Mayawati) May 20, 2023
देखें क्या कहा बसपा सुप्रीमो ने
बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘‘ कर्नाटक विधानसभा चुनाव के उपरान्त मंत्रिमण्डल में डीके शिवकुमार को उपमुख्यमंत्री बनाकर कांग्रेस ने अपनी अन्दरुनी कलह को थोड़ा दबाने का प्रयास किया है, किन्तु दलित और मुस्लिम समाज की उपेक्षा क्यों, जबकि इन दोनों वर्गों ने एकजुट होकर कांग्रेस को वोट देकर विजयी बनाया.’’ उन्होंने कहा है कि, ‘‘कांग्रेस द्वारा कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद के लिए दलित समाज की उठी दावेदारी की पूरी तरह से अनदेखी करने के बाद अब किसी भी दलित और मुस्लिम को उपमुख्यमंत्री नहीं बनाना, यह इनकी जातिवादी मानसिकता को दर्शाता है अर्थात इन्हें ये वर्ग केवल अपने खराब दिनों में ही याद आते हैं. ये लोग सतर्क रहें.’’
गौरतलब है कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अभूतपूर्व जीत दर्ज की है. शनिवार को सिद्धारमैया के नेतृत्व में नई सरकार का गठन हुआ. सिद्धारमैया ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, तो उनके साथ ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने भी शपथ ग्रहण की, जो उप मुख्यमंत्री बने हैं. मालूम हो कि कर्नाटक में 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को हुए चुनाव में कांग्रेस ने 135 सीट पर जीत दर्ज की, जबकि भाजपा ने 66 और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा नीत जनता दल (सेक्युलर) ने 19 सीटों पर जीत हासिल की. चुनाव परिणाम 13 मई को घोषित हुए थे.
-भारत एक्सप्रेस