प्रेस वार्ता करते जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह
UP Politics: लोकसभा चुनाव से पहले जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने यूपी को लेकर बड़ी रणनीति बना ली है. लखनऊ पहुंचे राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ने “यूपी में सपा ही विकल्प है” कहकर गठबंधन की ओर संकेत दिया है. साथ ही केंद्र के लिए कांग्रेस का भी हाथ थामने का इशारा कर दिया है. तो वहीं जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष अनूप पटेल ने इस्तीफा दे दिया है और अब सतेंद्र पटेल क़ो संयोजक नियुक्त किया गया है, जो कि सदस्यता अभियान तक संयोजक बने रहेंगे. जेडीयू ने तीन महीने के अंदर पांच लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा है.
प्रेस वार्ता करते हुए यूपी में चुनाव की तैयारियों पर राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ने कहा कि जेडीयू पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अनूप पटेल ने व्यक्तिगत कार्यों को लेकर अपने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया है और सतेंद्र पटेल को संयोजक का प्रस्तावक बनाया है. जेडीयू क़ो तीन महीने के अंदर पार्टी के 5 लाख सदस्य को बनाने का टारगेट दिया गया है. इसके बाद पार्टी चुनाव प्रक्रिया के तहत प्रदेश अध्यक्ष बनाएंगे. उन्होंने कहा कि हम यूपी में पार्टी को मजबूत करेंगे और सदस्यता अभियान चलाएंगे. उन्होने कहा कि ये स्वाभाविक है की यूपी में गठबंधन होगा लेकिन उससे पहले संगठन को मजबूत करेंगे.
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जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन ने कहा कि बिहार में आरक्षण व्यवस्था पहले से लागू है. निकाय चुनाव में 50 प्रतिशत का आरक्षण महिलाओं के लिए किया गया है. हमने जाति गणना करने की मांग की थी, लेकिन केंद्र की सरकार ने नहीं स्वीकार किया. जबकि बिहार सरकार ने जातीय गणना शुरू कर दिया है. जो कि मई तक खत्म हो जायेगी.
उन्होंने ये भी कहा कि बिहार में पीएम मोदी ने 43 रैलियां की थी लेकिन इसके बावजूद भी बीजेपी को मात्र 53 सीट मिली, लेकिन महागठबंधन में जब हम शामिल होना शुरू किए उसके बाद कार्रवाई शुरू की गई. स्वाभाविक तौर पर हमें अगर गठबंधन करना होगा तो निश्चित तौर पर हम अखिलेश यादव से करेंगे और कांग्रेस पार्टी से जब ऑफर आएगा तब हम उसे स्वीकार करेंगे. समाजवादी पार्टी से हमारा नेचुरल एलाइंस होगा. तमिलनाडु में बिहार के रहने वाले लोगों पर कथित हमले की रिपोर्ट्स पर उन्होंने कहा कि बिहार की सरकार और तमिलनाडु की सरकार ने इसकी जांच कराई तो पता चला की ऐसी कोई घटना घटित नहीं हुई थी.
-भारत एक्सप्रेस