दानिश आजाद अंसारी
अनुज कुमार
UP Politics: लोकसभा चुनाव को लेकर यूपी में भी हर दल अपना समीकरण सेट करने में जुटा है. BJP के नेतृत्व वाले NDA को जीत की हैट्रिक लगाने से कैसे रोका जाए? इसे लेकर सपा और कांग्रेस जैसी पार्टियां नए-नए सियासी कॉम्बिनेशन की तलाश में हैं. वहीं लोकसभा चुनाव 2024 से पहले बीजेपी मुस्लिमों में पैठ जमाने के लिए कई मोर्चे पर काम कर रही है और पसमांदा मुस्लिमों के बीच सम्मेलन कार्यक्रम आयोजित कर रही है. ऐसे में कांग्रेस ने भी बुनकर सम्मेलन की रणनीति बनाई है और इस रणनीति के तरह बुनकरों की बदहाली का मुद्दा उठाने की ठानी है. इसको लेकर कांग्रेस जहां भारत जोड़ो बुनकर सम्मेलन अभियान चलाने जा रही है, वहीं इसको लेकर सीएम योगी के मंत्री दानिश आजाद ने पलटवार किया है और कहा है कि कांग्रेस के साथ ही सपा-बसपा भी केवल मुस्लिम समाज को वोट बैंक के लिए इस्तेमाल करती रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस, भारत जोड़ो नहीं बल्कि मुस्लिम गुमराह यात्रा करने जा रही है.
आने वाले लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा, कांग्रेस के साथ ही सपा भी PDA के जरिए अल्पसंख्यक वोटरों को अपने पाले में रखने रणनीति पर काम कर रहे हैं. कुल मिलाकर अब सियासी दलों की नज़र मुस्लिम वोट बैंक पर है. इन्हीं रणनीति को लेकर जब अल्पसंख्यक राज्य मंत्री दानिश आज़ाद अंसारी से भारत एक्सप्रेस ने बातचीत की तो उन्होंने ने कहा, “योगी-मोदी सरकार मुसलमानों को सिर्फ वोट बैंक नहीं, बल्कि उनके विकास के बारे में सोचती है.”
उन्होंने कहा कि, “सपा, बसपा ,कांग्रेस पार्टियों ने मुस्लिम समुदाय को सिर्फ और सिर्फ वोट बैंक की तरह इस्तेमाल किया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मुस्लिम समाज के उत्थान और उनके विकास व विश्वास के साथ आगे बढ़ाने का काम कर रही है.” आगे उन्होंने कहा कि, मुस्लिम समाज की तरक्की के लिए कोई कार्य सपा, बसपा और कांग्रेस नहीं किया. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सपा और कांग्रेस ने हमेशा मुस्लिम समाज को गुमराह करने व ठगने का काम किया है. उन्होंने कहा कि एक सकारात्मक बदलाव की पहल समाज ने शुरू की है और मुस्लिम समाज ने बता दिया कि वह अब वोट बैंक की तरह से इस्तेमाल नहीं होगा.
20 प्रतिशत मतदाता मुस्लिम हैं
बता दें कि उत्तर प्रदेश में करीब 20 फीसदी मुस्लिम मतदाता हैं, जो दो दर्जन से ज्यादा जिलों की सियासत पर असर डालते हैं. 29 लोकसभा सीटों पर मुस्लिम मतदाता जीत और हार तय करते हैं. सभी राजनीतिक दल मुस्लिम वोट बैंक में सेंधमारी करने को आतुर हैं. यही वजह है कि भाजपा के अलावा हर सियासी दल इस बड़े वोट बैंक को अपनी तरफ करना चाहता है, ताकि उसकी चुनावी नैया आराम से पार हो सके. इसलिए बीजेपी का पसमांदा सम्मेलन का जवाब अब कांग्रेस भारत जोड़ो बुनकर सम्मेलन के ज़रिए देने की रणनीति पर काम कर रही है.
-भारत एक्सप्रेस
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