आयुषी सिंह
UPPSC Result: बात 8 साल पुरानी है जब मुरादाबाद के डिलारी के पूर्व ब्लाक प्रमुख योगेंद्र सिंह उर्फ भूरा की सरेआम हत्या कर दी गई थी. इलाके में जहां योगेंद्र सिंह की छवि एक बदमाश की थी और समाज भी उन्हें उसी नजरों से देखता था वहीं आज आठ साल बाद उनकी बेटी आयुषी सिंह के डीएसपी बनने के बाद से ही परिवार की सामाजिक छवि भी बदल चुकी है. हाल ही में जारी हुए उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन (UPPSC) द्वारा पीसीएस फाइनल रिजल्ट 2022 ने इस परिवार की खुशियां बढ़ा दी हैं, आयुषी ने इस प्रतिष्ठित परीक्षा को पास करके इस बात को साबित कर दिया कि दृढ़ निश्चय के आगे बड़े से बड़े चट्टान को हिलाया जा सकता है. इन सबके पीछे आयुषी का विश्वास और लगन है जो उन्होंने अपने पिता की मौत के बाद दिखाया.
एक दर्द अभी भी सीने में
मुरादाबाद निवासी आयुषी सिंह डीएसपी तो जरूर बन गईं, लेकिन एक तकलीफ अभी भी उनके सीने में है. आठ साल पहले उनके पिता की कोर्ट में पेशी के दौरान हत्या करने वाले हत्यारे आज तक पुलिस की पकड़ में नहीं आ सके हैं. मिली जानकारी के अनुसार 4 मार्च 2013 को छात्र नेता और शार्प शूटर रिंकू चौधरी की हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड में उनके पिता का नाम भी उछला था. जिसके बाद रिंकू के भाई सुमित ने अन्य बदमाशों के साथ पुलिस कस्टडी में योगेंद्र सिंह हत्या कर दी थी.
पिता की मौत के बाद लिया था प्रण
पिता की मौत के बाद ही आयुषी ने यह प्रण लिया था कि पुलिस अधिकारी बनकर अपराधियों को जड़ से मिटाने का काम करेंगी. अब जाकर आयुषी ने अपने उस सपने को पूरा किया है. DU से ग्रेजुएशन आयुषी सिंह ने दूसरे प्रयास में ही PCS परीक्षा में सफलता पाई है. हालांकि उनका एक लक्ष्य अभी भी बाकि है और वह है आईपीएस बनने का है.
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पिता के सपने को पूरा किया
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार आयुषी के पिता का सपना था कि वह अधिकारी बनें. इसके लिए उनके पिता जी ने पढ़ाई के लिए मुरादाबाद में घर बनाया था. लेकिन उसी दौरान गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई. उस दौरान ही आयुषी ने अधिकारी बनने की ठान ली थी.
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