
शामली में एनकाउंटर के बाद मौके पर जांच करती पुलिस टीम
उत्तर प्रदेश के शामली जिले के झिंझाना इलाके में यूपी एसटीएफ (विशेष कार्य बल) और कुख्यात अपराधियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें चार बदमाश मारे गए. इस मुठभेड़ में यूपी एसटीएफ के इंस्पेक्टर सुनील गंभीर रूप से घायल हो गए. घायल इंस्पेक्टर को तुरंत इलाज के लिए गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल रेफर किया गया है.
मुठभेड़ का पूरा घटनाक्रम
उत्तर प्रदेश एसटीएफ को सूचना मिली थी कि कुख्यात अपराधी और मुस्तफा कग्गा गैंग का सदस्य अर्शद अपने तीन साथियों – मनजीत, सतीश और एक अज्ञात व्यक्ति के साथ झिंझाना इलाके में मौजूद है. इन अपराधियों के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज थे और ये बड़े अपराधों को अंजाम देने की योजना बना रहे थे. एसटीएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर इन्हें घेर लिया. आत्मसमर्पण के आदेश के बावजूद, अपराधियों ने एसटीएफ पर गोलीबारी शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में एसटीएफ ने चारों अपराधियों को मार गिराया.
अर्शद: एक खतरनाक अपराधी
– अर्शद मुस्तफा कग्गा गैंग का सक्रिय सदस्य था.
– उसके खिलाफ सहारनपुर के बेहट थाने में डकैती का मामला दर्ज था.
– अर्शद पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था.
– उसके खिलाफ हत्या, डकैती और लूटपाट जैसे कई संगीन मामले दर्ज थे.
मुठभेड़ का नेतृत्व कर रहे एसटीएफ के इंस्पेक्टर सुनील को इस कार्रवाई के दौरान कई गोलियां लगीं. उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनकी स्थिति गंभीर बताई जा रही है. बेहतर इलाज के लिए उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल रेफर किया गया है.
एसटीएफ का बयान
यूपी एसटीएफ ने बयान जारी कर कहा कि, “मुठभेड़ में चार अपराधी मारे गए हैं. अर्शद पर कई आपराधिक मामले दर्ज थे और वह राज्य के सबसे वांछित अपराधियों में से एक था. मुठभेड़ के दौरान हमारे इंस्पेक्टर सुनील घायल हो गए हैं और उनका इलाज जारी है.” यूपी एसटीएफ द्वारा इस मुठभेड़ को बड़ी सफलता माना जा रहा है. राज्य में अपराध पर लगाम लगाने के लिए यह एक सख्त संदेश है. एसटी
-भारत एक्सप्रेस
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