विवाह के कुछ दृश्य
Uttarakhand: उत्तराखंड के खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ने आज 21 कन्याओं का सामूहिक विवाह धूमधाम से संपन्न कराया. विवाह के दौरान कई जोड़े काफी भावुक दिखे. खास बात यह है कि हिंदू और मुस्लिम दोनों धर्मों के वर-वधु का विवाह कराया गया.
इसके अलावा विवाहित युगल को उनके घर-गृहस्थी से जुड़े सामान जैसे- बेड, सोफा और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण उपहार में दिये गये. सामूहिक विवाह के इस कार्यक्रम के दौरान आयोजन की शुरुआत से ही स्थानीय लोगों ने भी काफी संख्या में अपनी भागीदारी बनाए रखी.
उत्तराखंड के खानपुर से विधायक उमेश कुमार के इस काम की तारीफ जिले से लेकर सोशल मीडिया पर खूब हो रही है. विवाह की तस्वीरों को लोग अपनी पोस्ट पर लगा रहे हैं और उनके इस काम की प्रशंसा कर रहे हैं. उत्तराखंड के खानपुर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले उमेश कुमार के सेवा भाव को समाज के सभी लोगों ने सराहा है. वहीं दूल्हा और दुल्हन बने युवक और युवतियों के घरवालों ने उन्हें जी भरकर दुआएं दी हैं.
शादी का यह कार्यक्रम उत्तराखंड के हरिद्वार के लक्सर स्थित चंदन पैलेस में आयोजित किया गया था. खास बात यह है कि विवाह के इस कार्यक्रम में अलग-अलग धर्म के लोगों की शादी हुई.
कार्यक्रम में इन लोगों की हुई शादी
इस कार्यक्रम में करिश्मा संग प्रशांत, अजिता संग अजेश, निखिल संग स्वाति, आशु संग प्रियंका, अंकित संग स्वाति, अंकुश संग स्वाति, राहुल संग कोमल, प्रीति संग अर्जुन, मानिका संग सुरेंदर, शिवानी संग आकाश, सोनिया संग अविलाश, काजल संग मिलन, हुस्न जहां संग सुलेमान, फरमानी संग अफज़ाल, राखी संग शुभम, शालू संग गगन, नूरजहां संग परवेज, भूरिया संग अंकित, अंजुम संग उस्मान, और फरज़ाना संग अमजद की शादी हुई.
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समाज सेवा से है उमेश कुमार का पुराना नाता
साल 2022 के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में खानपुर निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में 44 वर्षीय उमेश कुमार ने जीत हासिल की. चुनाव आयोग में दाखिल चुनावी हलफनामे के मुताबिक वे पेशे से कृषि और मीडिया सलाहकार हैं और करीब 9 करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं.
उमेश कुमार इससे पहले भी गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा करते आए हैं. बताया जाता है कि उनकी इसी समाज सेवा की बदौलत लोगों के बीच उनकी लोकप्रियता दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. जहां समाज के बुद्धिजीवियों ने उनके इस काम की सराहना की है, वहीं इलाके के लोगों में शादी के भव्य आयोजन की चर्चा है.
इस साल 100 शादियां कराने का लक्ष्य
सामूहिक विवाह संपन्न कराने के बाद उमेश कुमार ने कहा कि – इस साल 100 शादियां कराने का लक्ष्य है. धीरे-धीरे लोगों को इस बारे में पता चल रहा है. मेरी कोशिश है कि निर्धन कन्याओं और जिनके मां या पिता नहीं हैं, उन गरीब कन्याओं का विवाह कराऊं. जीवन में कन्यादान से बड़ा कुछ भी नहीं. यहां पर हर व्यक्ति अपनी तरफ से खुद आकर सेवा कर रहा है. मेरा मानना है कि समाज को जोड़ने का काम करना चाहिए.
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