काशी विश्वनाथ
-सौरभ अग्रवाल
Varanasi: देवाधिदेव महादेव का अतिप्रिय श्रावण मास 4 जुलाई से शुरू हो गया है और इसका पहला सोमवार 10 जुलाई को है. इसके महत्व को देखते हुए प्रदेश के सभी छोटे-बड़े शिवालय पूरी तरह से भक्तों के आगमन को लेकर तैयार हैं. वहीं काशी में बाबा विश्वनाथ मंदिर में भी भारी भीड़ की सम्भावना को देखते हुए पुलिस प्रशासन चुस्त हो गया है.
नहीं स्पर्श कर सकेंगे बाबा को
बता दें कि इस बार श्रावण महीने में 8 सोमवार पड़ रहे हैं. श्रावण मास का पहला सोमवार आ गया है और भगवान शिव की नगरी काशी में श्रीकाशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालु उमड़ पड़े हैं. श्रावण मास के पहले सोमवार को शिव भक्त श्रीकाशी विश्वनाथ के विशेष श्रृंगार के साक्षी बन सकते हैं. सुबह मंगला आरती के बाद श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर का पट बाबा भक्तों के दर्शन-पूजन के लिए खोला जाएगा. भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने इस बार बाबा के स्पर्श दर्शन पर रोक लगा दी है, जिससे बाबा के भक्तों को काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग का झांकी दर्शन करना पड़ेगा.
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लेना होगा 20 हजार का टिकट
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन की मानें तो भगवान भोलेनाथ को श्रावण का महीना अत्यंत प्रिय है और इस महीने में पड़ने वाले सोमवार का एक विशेष महत्व है. ऐसे में श्रावण मास के प्रत्येक सोमवार को काशी विश्वनाथ मंदिर में विशेष श्रृंगार और पूजा-पाठ की व्यवस्था की गई है. पहले सोमवार को पूरे काशी विश्वनाथ धाम को आकर्षक फूलों और वनस्पतियों से सजाया जाएगा. प्रथम सोमवार को बाबा श्री काशी विश्वनाथ की चल प्रतिमा का श्रृंगार किया जाएगा. गर्भगृह में श्री काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग के साथ ही बाबा की रजत चल प्रतिमा का भी श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे. इसी प्रकार सावन मास में पड़ रहे 8 सोमवार को बाबा के कुल 10 श्रृंगार किए जाएंगे. इन श्रृंगारों में शामिल होने के लिए श्रद्धालु को 20 हजार रुपए का टिकट लेना होगा.
सावन के सोमवार को मंगला आरती और रुद्राभिषेक के टिकट का है अलग रेट
सावन महीने में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में मंगला आरती और रुद्राभिषेक के रेट में इजाफा हुआ है. आम दिनों में मंगला आरती में शामिल होने के लिए श्रद्धालुओं को 500 रुपए का टिकट लेना होता है. लेकिन सावन महीने में मंगला आरती में शामिल होने के लिए 1000 और सावन के सोमवार को 2000 रुपए का टिकट श्रद्धालुओं को लेना पड़ेगा. जबकि मध्याह्न भोग आरती, सप्तऋषि आरती और रात्रि श्रृंगार/भोग आरती में शामिल होने के लिए 300 रुपए का टिकट बढ़ाकर सावन महीने में 500 रुपए कर दिया गया है.
आम दिनों में रुद्राभिषेक (1 शास्त्री) का 450 रुपए देना होता है, जो सावन महीने में बढ़ाकर 700 रुपए कर दिया गया है. रुद्राभिषेक (5 शास्त्री) 1380 रुपए से बढ़ाकर सावन में 2100 रुपए और सावन के सोमवार को 3000 रुपए कर दिया गया है. इसके अलावा श्रावण में सन्यासी भोग के लिए सावन महीने में 4500 रुपए और सावन के सोमवार को 7500 रुपए देने होंगे.
ड्रोन से मंदिर पर रखी जाएगी नजर
श्रावण मास के पहले सोमवार को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए श्री काशी काशी विश्वनाथ धाम में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. डीसीपी काशी जोन आरएस गौतम ने बताया कि सुरक्षा को लेकर श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर की दो किलोमीटर की परिधि को 5 जोन, 12 सेक्टर और 24 सब सेक्टर में बांटा गया है. प्रत्येक जोन में एक एडिशनल एसपी रैंक के अधिकारी, सेक्टर में डिप्टी एसपी रैंक के अधिकारी और सब सेक्टर में निरीक्षक और उप निरीक्षक रैंक के अधिकारी को प्रभारी बनाया गया है.
पुलिस के जवानों के अलावा पीएसी और आरएएफ की एक्स्ट्रा टुकड़ियां भी मौजूद रहेंगी. सोमवार के लिए विशेष सुरक्षा चक्र बनाया गया है. पूरे क्षेत्र की निगहबानी सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन से की जाएगी. इसके साथ ही श्री काशी विश्वनाथ मंदिर जाने वाले मार्ग पर गोदौलिया और मैदागिन से आगे नो व्हीकल जोन घोषित कर सभी प्रकार के वाहनों को ले जाने पर पाबंदी लगा दी गई है. श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में मोबाइल, कैमरा, लैपटॉप, गुटखा, खैनी, माचिस, बीड़ी, सिगरेट, ज्वलनशील पदार्थ ले जाने पर पाबंदी है.
-भारत एक्सप्रेस
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