![Viksit Bharat Sankalp Yatra MP Dinesh Sharma](https://bharatexpress.com/wp-content/uploads/2024/01/ViksitBharatSankalpYatraMPDineshSharma-ezgif.com-jpg-to-webp-converter.webp)
तमिलनाडु में विकसित भारत संकल्प यात्रा के कार्यक्रम में सांसद डा. दिनेश शर्मा.
Viksit Bharat Sankalp Yatra MP Dinesh Sharma: राज्यसभा सांसद और उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व उपमुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने आज तिरुचिरापल्ली, करूर और पोलाची जनपदों में अलग-अलग विकसित भारत संकल्प यात्रा कार्यक्रमों में कहा कि डीएम की सरकार ने केन्द्र सरकार की योजनाओं में जमकर भ्रष्टाचार किया है. केन्द्रीय योजनाओं में हुई गडबडी के कारण ही राज्य के तमाम लोग इनके लाभ से वंचित रह गए हैं. केन्द्र सरकार की योजनाओं का लाभ आम जनमानस तक ठीक से पहुंचे इसके लिए राज्य की भ्रष्टाचारी डीएमके सरकार को हटाना जरूरी है.
केंद्र की योजनाएं ला रही बड़ा बदलाव
उन्होंने लोगों से नरेन्द्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने की अपील करते हुए कहा कि ऐसा होने पर ही जनता तक केन्द्र की योजनाएं सही प्रकार से पहुंच सकेंगी. आज केन्द्र सरकार की उज्ज्वला योजना, शौचालय निर्माण, प्रधानमंत्री आवास, 5 लाख तक की फ्री चिकित्सा सुविधा वाली आयुष्मान योजना, किसान सम्मान निधि जैसी तमाम योजनाएं देश के अन्य राज्यों में लोगों के जीवन में बदलाव ला रही है. प्रधानमंत्री की मंशा देश का विकास करने और आम जन के जीवन को बेहतर बनाने की है.
आप आदमी पार्टी पर साधा निशाना
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की राष्ट्र को धर्म के मार्ग पर चलने की सलाह विपक्ष को चुभती है क्योकि उनके सभी कार्य अधर्म के ही हैं. आम आदमी पार्टी पर बिना नाम लिए निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि झूठ बोलने का रिकार्ड बनाने वाली पार्टी भी बजरंग बली की शरण में जा रही है पर उनका संकट टलने वाला नहीं है. यह एक ऐसी पार्टी है जिसके लोगों का मन कलुषित तथा स्वार्थ सर्वोपरि है. उनके कर्म भी सर्व विदित हैं. उनकी वाणी में विष और जनता से सिर्फ झूठ ही बोलते हैं ऐसे लोग भी अब बजरंग गली की शरण में जा रहे हैं. इन लोगों पर संकट बना ही रहेगा क्योंकि वे हनुमानजी के कृपा पात्र हो ही नहीं सकते.
तमिल भारत की सबसे प्राचीन भाषा
विकसित भारत संकल्प यात्रा के कार्यक्रमों में उन्होंने कहा कि तमिल अत्यन्त प्राचीन भाषा है जिसका उद्गम भी शिवजी के डमरू के निनाद से ही हुआ. भारत के अधिकतर प्रदेशों की सभ्यता इंग्लिश, उर्दू और हिंदी से मिश्रित है परन्तु तमिलनाडु अभी भी अपने संस्कार व परंपरा को संजोए हुए है. धर्म यहां चैतन्य और जागृत दिखता है.
दक्षिण भारत को देश का महत्वपूर्ण अंग बताते हुए उन्होंने कहा कि आदि शंकराचार्य ने तामिलनाडु के शिव मंदिर को रामनाथ मंदिर कहा और हिमालय में केदार, वैष्णव बद्रीनाथ की स्थापना की तथा पूरे भारत को जोड़ा था। भाजपा आदि शंकराचार्य के ही सिद्धांतो पर चलते हुए पूरे भारत को जोड़ने का प्रयास कर रही है. इसके विपरीत विपक्ष तो 70 साल से देश को जाति, धर्म, भाषा क्षेत्र के आधार पर बांटने का कुचक्र कर रहा है.
दक्षिण की संस्कृति को कोई नहीं मिटा सका
डा शर्मा ने कहा कि जो वृक्ष अपनी मिट्टी व जड़ से जुड़ा रहता है उसको आंधी तूफान और सैलाब कोई भी हिला नहीं सकता. दक्षिण भारत के लोगों ने अपने संस्कार. भोजन और पहनावा में कोई बदलाव नहीं किया इसीलिए कोई भी आक्रमणकारी इस संस्कृति को मिटा नहीं सका है.
डा. शर्मा ने कहा कि पद्मपुराण के वैष्णव खंड में भक्ति देवी का वर्णन है. भक्ति का जन्म द्रविड़ देश हुआ. कर्नाटक में पली, महाराष्ट्र में युवा हुई और गुजरात से होते हुए उत्तर में आकर वृद्ध हो गई. परंतु वृंदावन के पवित्र धाम में आकर पुन: युवा हो गई. जहां राम हैं, कृष्ण है, भगवान विश्वनाथ हैं, वहां भक्ति का वास है.
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उन्होंने कहा कि भारत की परम्परा में साधु संतो का सम्मान निहित है और वे ही जनता का कल्याण करते हैं. अब देश में एक बार फिर से साधु संतो के सम्मान का दौर वापस आया है। देश में फिर से राम राज्य स्थापित होकर रहेगा. करीब 550 वर्ष बाद 22 जनवरी को अयोध्या में राम लला अपने स्थान पर विराजमान होने जा रहे हैं.