मणिपुर में फिर भड़की हिंसा
मणिपुर में जातीय समुदाय के बीच शुरू हुई हिंसा थमने का नाम नहीं ले रहा ही है. शुक्रवार (31 अगस्त) की देर रात हुई गोलीबारी में पांच लोगों की मौत हो गई. इसके अलावा करीब दो दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. घटना चुराचांदपुर और बिष्णुपर में हुई है.
हिंसा में पांच लोगों की मौत
मिली जानकारी के मुताबिक, बिष्णुपुर जिले के खोईरेंटक की तलहटी और चुराचांदपुर जिले के चिंगफेई और खौसाबुंग इलाके में गोलीबारी हुई. जिसमें एक 30 वर्षीय युवक की मौत हो गई थी. जिसके बाद हिंसा और भड़क गई. बुधवार और फिर गुरुवार को हिंसा भड़कने से हालात बिगड़ गए.
पुलिस के आलाधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि बिष्णुपुर के नारायणसेना गांव के पास अलग-अलग जगहों पर हुई हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई. वहीं आधा दर्जन लोग घायल हो गए. हिंसा के बाद आईटीएलएफ ने आपातकालीन बंद का आह्वान किया है.
आईटीएलएफ ने किया बंद का आह्वान
बंद को लेकर आईटीएलएफ ने कहा है कि पानी और चिकित्सा आपूर्ति समेत जरूरी सेवाओं को बंद से छूट दी गई है. बताया गया कि हिंसा के पीड़ितों में गायल एलएस मंगबोई लुंगडिम भी शामिल हैं. उन्होंने 3 मई को हिंसा भड़कने के बाद एक गीत गाया था.
3 मई को भड़की थी हिंसा
गौरतलब है कि 3 मई को राज्य में जातीय हिंसा भड़क गई थी. मैतई समुदाय अनुसूचित जाति का दर्जा दिए जाने की मांग कर रहा है. जिसके विरोध में कुकी समुदाय ने एकजुटता मार्च का आयोजन किया था. इसी दौरान बवाल हुआ था. अब तक हिंसा में 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.
-भारत एक्सप्रेस
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