भूस्खलन से वायनाड जिले का मेप्पाडी इलाका सबसे ज्यादा प्रभावित है.
केरल के वायनाड में हुए भीषण भूस्खलन में मरने वालों की संख्या 153 पहुंच गई है. 98 लोग अभी भी लापता हैं. बचाव दल क्षतिग्रस्त हो चुके घरों तक पहुंच रहे हैं और लापता लोगों की तलाश में जुटे हैं.
ये इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित
सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में चूरलमाला, वेल्लारीमाला, मुंडकाईल और पोथुकालू शामिल हैं. इन इलाकों के स्थानीय लोग जो किसी तरह बच निकलने में कामयाब रहे, तबाही की भयावहता से बुरी तरह टूट चुके हैं.
राहत-बचाव कार्य में जुटीं कई टीमें
सेना, वायु सेना, नौसेना, एनडीआरएफ, पुलिस, फायर फोर्स और स्थानीय लोगों की बचाव टीमें मंगलवार रात तक बचाव अभियान में जुटी रहीं और बुधवार सुबह फिर से बचाव कार्य में लग गईं. बचाव दल अब जीवित बचे लोगों की तलाश कर रहे हैं.
मुंडकाईल में कुछ नष्ट हो चुके घरों के सामने चिंतित परिजन इंतजार कर रहे हैं कि बचाव दल उनमें से कुछ को जीवित खोज लेगा. प्रभावित स्थानों पर बारिश अभी भी बचाव अभियान में खलल डाल रही है. पूरा क्षेत्र कीचड़ और बड़े-छोटे पत्थरों से भर गया है.
वायनाड की यात्रा पर लगी रोक
इस बीच, पुलिस ने लोगों को बिना कारण बताए वायनाड की यात्रा करने से रोक दिया है. प्रभावित स्थानों की ओर जाने वाली अधिकांश सड़कों पर भीड़ हो रही है, जिससे बचाव वाहनों की आवाजाही में बाधा आ रही है.
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बुधवार को बचाव कार्य में तेजी लाने के लिए अधिक प्रशिक्षित लोगों को शामिल कर बचाव दल को मजबूत किया जा रहा है. एनडीआरएफ और रक्षा बचाव दल मंगलवार देर रात तक प्रभावित क्षेत्रों में फंसे 500 से अधिक लोगों को निकालने में सफल रहे.
-भारत एक्सप्रेस
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