बारिश से गुजरात में बाढ़...फाइल फोटो
Weather in India: देश भर में अगस्त महीने में तो जमकर बदरा बरसे लेकिन अब सितंबर महीने में बारिश का हाल कैसा रहेगा? इसको लेकर मौसम विभाग (IMD) ने ताजा अपडेट जारी किया है.
बता दें कि अगस्त महीने में देश में सामान्य से लगभग 16 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई है. तो वहीं देश के तमाम हिस्से ऐसे भी रहे जहां पर भारी बारिश के बाढ़ की स्थिति पैदा हुई और जान-माल का भी नुकसान हुआ.
उत्तर-पश्चिम भारत में 253.9 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो 2001 के बाद से अगस्त में दूसरी सबसे अधिक बारिश है. IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने मीडिया को दिए बयान में अगस्त माह को लेकर बताया कि ‘अगस्त महीने में 287.1 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है. सामान्य तौर पर इस महीने में 248.1 मिमी बारिश होती थी. 1 जून के बाद से ही देश में अब 749 मिमी बारिश हुई है. इस समय में सामान्य तौर पर 701 मिमी बारिश होती है.’
IMD के महानिदेशक ने मौसम को लेकर कहा कि अगस्त महीने के दूसरे भाग में मैडेन-जूलियन ऑसिलेशन (MJO) काफी एक्टिव था, जिस वजह से अच्छी बारिश हुई थी. यह वायुमंडलीय विक्षोभ है जो उष्णकटिबंधीय अफ्रीका में उत्पन्न होता है और पूर्व की ओर बढ़ता है. इसकी अवधि सामान्यतौर पर 30 से 60 दिनों की होती है. इसीलिए सितंबर के महीने में भी सामान्य से अधिक बारिश होने की सम्भावना है.
इसी के साथ ही उत्तर-पश्चिम भारत और आसपास के क्षेत्रों में भारी वर्षा होने के आसार हैं. तो वहीं, सुदूर उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ क्षेत्रों, दक्षिणी प्रायद्वीप के कई भागों, उत्तरी बिहार और उत्तर-पूर्वी उत्तर प्रदेश के साथ-साथ पूर्वोत्तर भारत के अधिकांश भागों में सामान्य से कम बारिश हो सकती है.
यहां पर सामान्य से हुई कम बारिश
महानिदेशक ने जानकारी देते हुए कहा कि इस बार हिमालय के तराई क्षेत्रों और पूर्वोत्तर के कई जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है. इस बार निम्न दबाव प्रणालियां दक्षिण की ओर चली गईं थी, जिस वजह से दक्षिण में मानसून एक्टिव रहा. केरल और महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र सहित पूर्वोत्तर के कई राज्यों में कम बारिश हुई है.
-भारत एक्सप्रेस
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