West Bengal Governor House Controversy: पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार और राज्यपाल सीवी आनंद बोस के बीच पिछले कुछ महीनों में कई मुद्दों पर विवाद हो चुका है. इस बीच अब राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने दावा किया है कि उनके राजभवन की जासूसी की जा रही हैं. उन्होंने बताया कि इन बातों का पता चलते ही मामला संबंधित अधिकारियों के संज्ञान में लाया जा चुका है. हालांकि इस जासूसी के मुद्दे पर उन्होंने किसी का भी नाम नहीं लिया है और न ही सीधे तौर पर राज्य सरकार पर कोई आरोप लगाए हैं.
हाल ही में आई रिपोर्ट्स के मुताबिक बोस ने यह नहीं बताया कि कथित जासूसी प्रयास कौन कर रहा है? ध्यान देने वाली बात यह भी है कि राज्य सरकार के साथ बोस के संबंध तानपूर्ण ही रहे हैं. बोस ने कहा है कि यह एक सच्चाई है. मेरे पास राजभवन में जासूसी के बारे में विश्वसनीय जानकारी है. उस मुद्दे को संबंधित अधिकारियों को भेज दिया गया है.
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बता दें कि बोस और ममता बनर्जी की सरकार के बीच कई मुद्दों पर टकराव होता रहा है. विश्वविद्यालय के कुलपतियों की नियुक्ति से लेकर राज्य के स्थापना दिवस, केंद्र के मनरेगा का बकाया रोकने और राजनीतिक हिंसा से जुड़े मुद्दों पर सीएम और राज्यपाल आमने-सामने आते रहे हैं. ऐसे में यह देखना अहम होगा कि क्या इस जासूसी वाले मुद्दे पर भी राज्यपाल और सीएम के बीच टकराव हो सकता है.
बता दें कि हाल ही में टीएमसी कार्यकर्ता की हत्या पर राज्यपाल बोस ने कहा था कि बंगाल की राजनीति में हिंसा की संस्कृति है. उन्होंने कहा कि कानून अपना काम करेगा. हम निश्चित रूप से इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे और राजभवन भी अपना कर्तव्य निभाएगा. उन्होंने इसके साथ ही कहा था कि हिंसा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. कानूनी कार्रवाई के साथ-साथ हमें सामाजिक उपाय भी अपनाने चाहिए, क्योंकि बंगाल की राजनीति को हिंसा प्रभावित कर रही है.
-भारत एक्सप्रेस
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