सद्दाम (फाइल फोटो)
Bareilly: बसपा विधायक राजू पाल के अहम गवाह उमेश पाल की हत्या के मुख्य आरोपी माफिया अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ अहमद अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन पुलिस लगातार इन दोनों से सम्बंध रखने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. इसी क्रम में अशरफ के साले सद्दाम को पुलिस ने हाल ही में गिरफ्तार किया था. वह उमेश पाल की हत्या के बाद से फरार था और जेल में बंद अपने जीजा अशरफ के पास जाता रहता था. उस पर आरोप है कि इस हत्याकांड के लिए उसने मैंसेंजर का काम किया था. फिलहाल सद्दाम को भी उसी बरेली जेल में बंद कर दिया गया है, जहां उसका जीजा अशरफ कभी बंद था.
बता दें कि अतीक अहमद और अशरफ की इसी साल 15 अप्रैल को बदमाशों ने उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी थी, जब दोनों को प्रयागराज में पुलिस कस्टडी मे मेडिकल जांच के लिए ले जाया जा रहा था. इसी मामले में लगातार कार्रवाई करते हुए उमेश पाल मर्डर केस के 4 आरोपियों को पुलिस ने एनकाउंट में मार गिराया था. तो वहीं फरार सद्दाम को भी पुलिस हत्या के बाद से ही तलाश रही थी. जानकारी सामने आ रही है कि, सद्दाम को जिस जेल में रखा गया है, वहां पर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए है और उस पर लखनऊ से लगातार 24 घंटे नजर रखी जाएगी. वरिष्ठ जेल अधीक्षक विपिन कुमार मिश्रा ने बताया कि सद्दाम केंद्रीय कारागार 2 में बंद है.
अशरफ की ही बैरक में बंद हुआ है साला सद्दाम
सूत्रों की मानें तो सद्दाम की हरकतें जेल प्रशासन के लिए सिरदर्द बन गई हैं. वह लगातार जेल में ऐशो आराम का मांग कर रहा है और उसने जेल अधिकारियों से मांग की है कि उसको उसी सेल में शिफ्ट किया जाए जहां पर उसके जानने वाले बंद हैं, लेकिन जेल प्रशासन ने उसे जेल की उसी बैरक में अकेला रखा है, जहां पर कभी उसका जीजा अशरफ कैद था. बता दें कि इस बैरक में सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है और उस पर राजधानी लखनऊ से भी जेल प्रशासन लगातार नजर रख रहा है और उसकी गतिविधियों की जानकारी ले रहा है. जानकारी सामने आ रही है कि, सद्दाम से उसके 10 परिचितों की लिस्ट जेल प्रशासन ने मांगी है.
दुबई गया ही नहीं था सद्दाम
सद्दाम के दुबई जाने की बात पर अगर सूत्रों की मानें तो वह दुबई गया ही नहीं था. बताया जा रहा है कि पुलिस को गुमराह करने के लिए उसने दुबई की अपनी पुरानी फोटो को सोशल मीडिया पर वायरल किया था. उसकी गर्लफ्रेंड दिल्ली में रहती है और वह दिल्ली में उससे मिलने के लिए आता था, लेकिन इस दौरान वह पूरी एहतियात बरतता था और अपने साथ मोबाइल लेकर नहीं चलता था. ताकि पुलिस को कोई सुराग न मिल जाए. हालांकि, इस बार वह जब दिल्ली आया तो अपने साथ दो मोबाइल लेकर आया और फिर पुलिस ने उसके मोबाइल की लोकेशन के सहारे ही उसे गिरफ्तार कर लिया था.
-भारत एक्सप्रेस