Bharat Express

Mizoram Elections 2023: वो IPS अफसर जिनके कंधों पर थी इंदिरा गांधी की सुरक्षा की जिम्मेदारी, अब बन सकते हैं मिजोरम के मुख्यमंत्री

असफलता के बावजूद, लालदुहोमा ने पूर्वोत्तर राज्य में काम करना जारी रखा और अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. पिछले विधानसभा चुनाव में, उन्हें ZNP के नेतृत्व वाले ज़ोरम पीपुल्स मूवमेंट (ZPM) गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में चुना गया था.

Who is Lalduhoma

Who is Lalduhoma

Who is Lalduhoma: जैसे ही मिजोरम में वोटों की गिनती शुरू हुई, सारा ध्यान 74 वर्षीय पूर्व आईपीएस अधिकारी लालदुहोमा और उनकी पार्टी ज़ोरम पीपुल्स मूवमेंट (ZPM) पर है. हालिया एग्जिट पोल में मिजोरम में जेडपीएम की संभावित जीत का अनुमान लगाया गया था. अब एग्जिट पोल एग्जेक्ट पोल में तब्दील हो रहा है. रुझानों के मुताबिक, ZPM बहुमत की ओर बढ़ रही है. ऐसे में आइये जानते हैं कि कौन हैं लालदुहोमा जो बन सकते हैं मिजोरम के मुख्यमंत्री…मिजोरम में 40 विधानसभा सीटों के लिए विधायकों के चुनाव के लिए 7 नवंबर को मतदान हुआ था.

कौन है लालदुहोमा ?

ज़ोरम पीपुल्स मूवमेंट के 74 वर्षीय संरक्षक, लालदुहोमा ने शुरुआत में भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के एक अधिकारी के रूप में अपना करियर शुरू किया और गोवा में सेवा की. फिर उन्हें राष्ट्रीय राजधानी में स्थानांतरित कर दिया गया जहां उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सुरक्षा के प्रभारी के रूप में अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया. सेवा से बाहर आने के बाद, उन्होंने ज़ोरम पीपुल्स मूवमेंट (ZPM) की स्थापना की और 1984 में लोकसभा में प्रवेश करके इतिहास रच दिया. हालांकि, उनकी राजनीतिक गति में तब बदलाव आया जब वह दल-बदल विरोधी कानून के तहत अयोग्यता का सामना करने वाले पहले सांसद बने.

यह भी पढ़ें: Mizoram Election 2023: पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की सुरक्षा में रह चुके हैं ZPM के मुखिया लालदुहोमा, कभी लड़ा था कांग्रेस से लोकसभा का चुनाव

पिछले चुनाव  में भी बनाया गया था सीएम उम्मीदवार

असफलता के बावजूद, लालदुहोमा ने पूर्वोत्तर राज्य में काम करना जारी रखा और अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. पिछले विधानसभा चुनाव में, उन्हें ZNP के नेतृत्व वाले ज़ोरम पीपुल्स मूवमेंट (ZPM) गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में चुना गया था. दलबदल विरोधी कानून का उल्लंघन करने के लिए उन्हें 2020 में विधानसभा के सदस्य के रूप में भी अयोग्य घोषित कर दिया गया था, लेकिन उन्होंने 2021 में सेरछिप सीट के लिए उपचुनाव जीता.

-भारत एक्सप्रेस



इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.

Also Read