झारखंड में अंकिता की मौत ने समूचे राज्य को झकझोर दिया है।इस मामले की तपिश राजनीतिक हलकों में भी बहुत ज्यादा महसूस की जा रही है।बढ़ते दबाव के चलते घटना की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है।मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश के बाद पुलिस इस केस की जांच कर रही है।पुलिस अधीक्षक की निगरानी में SIT की टीम बनाई गई है जो अब अंकिता मर्डर केस की जांच करेगी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पूरी निगरानी की जा रही है। अंकिता को जिंदा जलाकर उसकी हत्या करने के मामले में आरोपी शाहरुख सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस ने बताया कि केस की हर एंगल से जांच की जा रही है। घटना के बाद फोरेंसिक और सीआईडी की टीम भी दुमका अंकिता के घर पहुंची है और घटनास्थल की जांच कर रही है। इस मामले में खुद एडीजी के पहुंचने के बाद जांच में तेजी आई है।
इस घटना के बाद झारखंड के लोग बेहद गुस्से में हैं, खासकर पुलिस के काम को लेकर सामाजिक कार्यकर्ताओं के एक शिष्टमंडल ने इलाके के डीआईजी से मुलाकात कर इस केस में एसीडीपीओ को अविलंब हटाने की मांग की है। लोगों का कहना है कि इस केस की जांच में एसडीपीओ नूर मुस्तफा का भूमिका काफी संदिग्ध है।अंकिता की मौत के बाद एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें वो अपना बयान दे रही है और हत्यारों के बारे में बता रही है।
अंकिता को न्याय दिलाने की लड़ाई में 31 अगस्त को गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे के साथ दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी और दिल्ली के बीजेपी नेता कपिल मिश्रा दुमका जाएंगे। सांसद डॉ निशिकांत ने दुमका के डीएसपी नूर मुस्तफा को लेकर हेमंत सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। सांसद ने आंदोलन की चेतावनी देते हुए कहा है कि सरकार के पास 48 घंटे का वक़्त है।
अंकिता हत्याकांड को लेकर राजनीति तेज हो गई है। बीजेपी सांसद ने पुलिस अधिकारी नूर मुस्तफा को लेकर सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम दे दिया है। गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि 48 घंटे का वक़्त है। उन्होंने झारखंड सरकार को नूर मुस्तफ़ा जैसे भ्रष्ट पुलिस अधिकारी पर कार्रवाई करने के लिए कहा इसके बाद मैं ख़ुद सांसद मनोज तिवारी और कपिल मिश्रा के साथ दुमका पहुंचूंगा। अंकिता को न्याय मिलकर रहेगा।
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