हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और भूस्खलन से जान –माल की हानि हुई थी। इस प्राकृतिक आपदा के कारण प्रदेश में 258 लोगों की मौत हो गई है और हजारों लोग बेघर हो गए। अब इस आपदा में हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय की टीम अगले महीने पहुंचेगी। हिमाचल प्रदेश के राजस्व और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि इस मानसून सीजन में राज्य में भारी बारिश, भूस्खलन और बादल फटने की कई घटनाएं हुई हैं, जिसमें 258 लोगों की जान चली गई है और 10 लोग अभी भी लापता हैं।
उन्होंने गुरुवार को बताया कि केंद्र ने अगले महीने राज्य का दौरा करने के लिए गृह मंत्रालय की टीम का गठन किया है, जो बारिश से हुए नुकसान का जायजा लेगी। राज्य सरकार के अनुसार, 270 मवेशी मारे गए और 1,658 आवासीय घर, दुकानें और कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए। राष्ट्रीय राजमार्गो, ग्रामीण सड़कों, पेयजल योजनाओं और बिजली परियोजनाओं को भी भारी नुकसान हुआ है।राज्य में अब तक 1367.33 करोड़ रुपये के नुकसान का आकलन किया जा चुका है और आकलन की प्रक्रिया जारी है।
संयुक्त सचिव सुनील कुमार बरनवाल के नेतृत्व में केंद्रीय टीम सितंबर के पहले सप्ताह में राज्य का दौरा करेगी।पहले के मौकों पर केंद्रीय टीम मानसून खत्म होने के बाद ही राज्य का दौरा करती थी।
राज्य सरकार ने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं से हुए नुकसान का समय पर आकलन करने से राज्य को राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया कोष से अतिरिक्त केंद्रीय सहायता मिल सकेगी और राज्य में आपदा प्रभावित लोगों को पर्याप्त राहत सहायता मुहैया कराई जा सकेगी।
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