

Women’s Empowerment: फोर्टिस हॉस्पीटल शालीमार बाग ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आज यहां इक्वेलिटी वॉकथॉन का आयोजन किया. यह वॉकथॉन सवेरे 7.00 बजे शुरू हुई और लगभग दो घंटे बाद 9.00 बजे इसका समापन हुआ. इस आयोजन में करीब 400 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया और महिलाओं के समान अवसरों, अधिकारों, सम्मान एवं मान्यता के पक्ष में अपनी आवाज उठाई.
वॉकथॉन का उद्देश्य और संदेश
इस वॉकथॉन का थीम “लैंगिक समानता के लिए त्वरित कार्रवाई” था. इसमें विभिन्न पृष्ठभूमियों के प्रतिभागियों ने समाज में लैंगिक भेदभाव को समाप्त करने, जागरूकता फैलाने और सार्थक बातचीत को बढ़ावा देने का संदेश दिया. प्रतिभागियों ने इस मौके पर बैनर और प्लेकार्ड्स के जरिए समाज में समानता की आवश्यकता पर जोर दिया.
महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम का आयोजन
वॉकथॉन के बाद एक महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं के योगदान को मान्यता और समर्थन देने के विषय पर बातचीत और गतिविधियां शामिल थीं. इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि दिल्ली की माननीय मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता थीं, जिन्होंने स्वागत भाषण दिया. उन्होंने कहा, “महिलाएं हमारे समाज की रीढ़ हैं और उनकी सेहत एवं शिक्षा को प्राथमिकता देते हुए हम एक समावेशी समाज की ओर बढ़ सकते हैं.”
मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता ने इस मौके पर सरकार के बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के संदेश को दोहराया और कहा कि समाज को बेटियों की शिक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि महिलाओं को अपनी सेहत और देखभाल को सबसे पहले अपनी प्राथमिकता बनानी चाहिए, ताकि वे अपने योगदान से समाज को और बेहतर बना सकें.
पैनल चर्चा और कार्यस्थल पर समानता
महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम में डॉक्टरों के साथ मिलकर एक पैनल चर्चा का आयोजन किया गया, जिसमें महिलाओं की सेहत, कार्यस्थल पर समानता और समावेशी विकास पर जोर दिया गया. इस चर्चा में विशेषज्ञों ने महिलाओं के लिए समान अवसरों के महत्व को रेखांकित किया और बताया कि कैसे कार्यस्थलों पर समानता सुनिश्चित की जा सकती है.
डॉ. आशुतोष रघुवंशी ने क्या कहा?
फोर्टिस हेल्थकेयर के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. आशुतोष रघुवंशी ने कहा, “महिलाएं सभी क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, खासकर हेल्थकेयर क्षेत्र में उनका योगदान अत्यधिक अहम है. महिलाएं न सिर्फ स्वास्थ्य सेवाओं में विशेषज्ञता दिखाती हैं, बल्कि दयाभाव और इनोवेशन के साथ मरीजों की देखभाल करती हैं. हालांकि, उनके जीवन में कई चुनौतियां और कार्यस्थल पर अवरोधों का सामना करना पड़ता है. हम फोर्टिस हेल्थकेयर में महिलाओं के लिए ऐसा वातावरण बनाने को प्रतिबद्ध हैं, जहां वे प्रगति और समान अवसर पा सकें.”
समावेशी विकास की दिशा में कदम
फोर्टिस हॉस्पिटल शालीमार बाग के फेसिलिटी डायरेक्टर श्री दीपक नारंग ने भी महिलाओं की भूमिका को सराहा और कहा कि हेल्थकेयर क्षेत्र में उनका योगदान बहुत महत्वपूर्ण है. उन्होंने बताया कि फोर्टिस हॉस्पिटल शालीमार बाग में हम महिलाओं को सिर्फ देखभाल का नहीं, बल्कि फैसले लेने में भी सक्षम बनाने की कोशिश करते हैं. इसके साथ ही, कार्यस्थल पर समानता सुनिश्चित करना भविष्य को और अधिक समावेशी और मजबूत बनाने के लिए आवश्यक कदम है.
उन्होंने यह भी कहा कि समावेशी विकास हम सभी को सशक्त बनाता है और महिलाओं का समर्थन करके हम पूरे समुदाय को ऊपर उठाने का काम करते हैं.
फोर्टिस हॉस्पीटल शालीमार बाग का यह आयोजन महिला सशक्तिकरण और लैंगिक समानता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ. विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से महिलाओं के अधिकारों, सेहत, शिक्षा और कार्यस्थल पर समानता पर चर्चा की गई, जिससे समाज में जागरूकता फैलाने का संदेश दिया गया.
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.