
ईरान के विदेश मंत्री सईद अब्बास अराघची पहुंचे दिल्ली.
ईरान के विदेश मंत्री सईद अब्बास अराघची (Saeed Abbas Araghchi) अपनी दो दिवसीय भारत यात्रा पर गुरुवार की सुबह दिल्ली पहुंचे. ईरान के विदेश मंत्री 20वीं भारत-ईरान संयुक्त आयोग की बैठक की सह-अध्यक्षता करने के लिए दिल्ली पहुंचे हैं. उच्च स्तरीय वार्ता ऐसे समय में हुई है जब दोनों देश भारत-ईरान मैत्री संधि की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं.
Warm welcome to FM @araghchi, as he arrives in New Delhi for the India-Iran Joint Commission Meeting.
An opportunity to review and enhance bilateral cooperation on the 75th Anniversary of the 🇮🇳-🇮🇷 Friendship Treaty. pic.twitter.com/C5Fh0FZMlr
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) May 8, 2025
Saeed Abbas Araghchi बैठक में होंगे शामिल
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “भारत-ईरान संयुक्त आयोग की बैठक के लिए नई दिल्ली पहुंचने पर विदेश मंत्री सईद अब्बास अराघची का हार्दिक स्वागत है. भारत-ईरान मैत्री संधि की 75वीं वर्षगांठ पर द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा करने और उसे बढ़ाने का अवसर.”
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि ईरान के विदेश मंत्री अराघची भारत के साथ 20वीं संयुक्त आयोग की बैठक की सह-अध्यक्षता करने के लिए बुधवार से नई दिल्ली की दो दिवसीय यात्रा पर हैं. इसके अलावा, मंत्रालय ने कहा कि अगस्त 2024 में ईरान के विदेश मंत्री के रूप में पदभार संभालने के बाद से यह अराघची की पहली भारत यात्रा है.
मिली जानकारी के अनुसार, भारत-ईरान मैत्री संधि पर हस्ताक्षर की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित की जा रही संयुक्त आयोग की बैठक में दोनों देशों के बीच आपसी हितों के मुद्दों और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए आगे के रास्ते की समीक्षा की जाएगी.
डॉ. एस. जयशंकर से करेंगे मुलाकात
अपनी यात्रा के दौरान, अराघची 8 मई को हैदराबाद हाउस में विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे. बाद में दिन में, वह राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगे. इससे पहले सोमवार को भारत में ईरान के दूतावास ने कहा था कि ईरानी विदेश मंत्री इस्लामाबाद में रुकने के बाद भारत का दौरा करेंगे, जहां वह पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ बातचीत करेंगे.
25 अप्रैल को ईरानी विदेश मंत्री ने एक्स पर एक पोस्ट में पड़ोस में शांति कायम करने का आह्वान किया था. शांति के लिए उनका आह्वान 22 अप्रैल को जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए नृशंस आतंकवादी हमले के मद्देनजर आया था, जिसमें पर्यटकों को निशाना बनाया गया था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे.
-भारत एक्सप्रेस
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