ग्रामीण श्रमिक
E-Shram Portal Registration: ई-श्रम पोर्टल पर अब तक 30.4 करोड़ से अधिक असंगठित श्रमिकों ने पंजीकरण कराया है. यह जानकारी श्रम और रोजगार राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने राज्यसभा में दी. उन्होंने बताया कि 1 दिसंबर 2024 तक की स्थिति के अनुसार, उपरोक्त पंजीकरणों में से 27.22 करोड़ पंजीकरण ग्रामीण क्षेत्रों से हुए हैं.
असंगठित श्रमिकों के लिए अब नेशनल डेटाबेस
बता दें कि ई-श्रम पोर्टल का शुभारंभ 26 अगस्त 2021 को किया गया था. इसका उद्देश्य असंगठित श्रमिकों का एक व्यापक राष्ट्रीय डेटाबेस (NDUW) तैयार करना है, जो आधार से जुड़ा हो. इस पोर्टल पर पंजीकरण करने वाले श्रमिकों को एक यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) प्रदान किया जाता है. श्रमिक स्वयं-घोषणा के आधार पर पोर्टल पर पंजीकरण कर सकते हैं.
पंजीकरण में ग्रामीण श्रमिकों का वर्चस्व
श्रम मंत्रालय के अनुसार, पंजीकृत श्रमिकों में से अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों से हैं. 1 दिसंबर 2024 तक, कुल 30.43 करोड़ श्रमिकों ने पोर्टल पर पंजीकरण कराया, जिनमें से 89% से अधिक ग्रामीण पृष्ठभूमि के हैं.
सरकारी योजनाओं का एकीकरण
ई-श्रम पोर्टल को 12 केंद्रीय योजनाओं और कार्यक्रमों के साथ जोड़ा गया है. इनमें प्रमुख रूप से प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY), प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY), आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि (PM-SVANidhi), और प्रधानमंत्री आवास योजना शामिल हैं.
श्रमिकों को सुविधाओं का लाभ
यह पोर्टल असंगठित श्रमिकों को सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए डिज़ाइन किया गया है. सरकार का लक्ष्य इन श्रमिकों की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करना और उनके आर्थिक जीवन को मजबूत बनाना है.
- भारत एक्सप्रेस
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