ZESTMONEY
नई दिल्ली : PhonePe और Zestmoney के बीच होने वाली डील के काफी चर्चे थे, लेकिन अब इस डील को कैंसिल कर दिया गया है. जिसका मतलब है कि अब वॉलमार्ट के सपोर्ट वाली फोन पे और जेस्ट मनी के बीच किसी तरह का बिजनेस नहीं होगा. लेकिन इसे जेस्टमनी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. फोनपे और जेस्टमनी के बीच ये डील लगभग 200-300 मिलियन डॉलर में होनी थी. लेकिन अब ये डील नहीं होगी.
क्या थी डील – फोनपे ( Phonepe ) इंश्योरेंस, डिजिटल गोल्ड ( Digital gold ) , सिल्वर, म्युचुअल फंड ( mutual fund ) से जुड़ी सर्विसेज देता है लेकिन अभी तक ये लोन से जुड़ी सुविधा नहीं देता . इसीलिए फोनप जेस्टमनी के साथ डील कर रहा था ताकि अपने लोन सेगमेंट को मजबूत बना सके. वहीं जेस्टमनी की बात करें तो जेस्टमनी डिजिटल लोन से जुड़ी कंपनी है. इस कंपनी की शुरूआत 2016 में लिज़ी चैपमैन, प्रिया शर्मा और आशीश अंतरामन ने की थी ये कंपनी bnpl ( BUY NOW PAY LATER ) के सिद्धांत पर काम करती है और ऐसे लोगों को लोन देती है जिनके पास क्रेडिट कार्ड नही हो लेकिन वो ऑनलाइन शॉपिंग करना चाहते हैं. शर्त बस इतनी है कि वो भारत का नागरिक हो और उसकी उम्र 18 साल से ज्यादा हो. जेस्टमनी के बिजनेस को एक उदाहरण से समझते हैं.
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कैसे काम करता है Zestmoney –
मान लेते है यदि कोई आदमी है उसके पास क्रेडिट कार्ड नहीं है और वो अपनी जरूरत के लिए लैपटॉप खरीदना चाहता है लेकिन रकम एकबार में नहीं दे सकता. ऐसे में वो ZestMoney द्वारा वह उस समान को खरीद कर EMI की तरह ही उसका मूल्य धीरे धीरे चूका सकता है. उसे जरूरत है तो बस पैन कार्ड और आधार कार्ड की. जेस्टमनी अपने हिसाब से यूजर की एक लिमिट निर्धारित कर देता है . जिसके बाद यूजर उस लिमिट के अंतर्गत खरीददारी कर पायेगा. आपको बता दें कि जेस्टमनी क्रेडिट कार्ड की तरह होता है. यहां कंपनी आपके ट्रैक रिक़ॉर्ड के हिसाब से आपका स्कोर या रिकॉर्ड मेनटेन करता है. अगर आप अपनी आएमआई टाइम पर चुकाते हैं तो ये आपकी लिमिट बढ़ा भी सकता है.
आपको बता दें कि जेस्टमनी और फोनपे के बीच डील जेस्टमनी की खुद की वैल्युएशन से बेहद कम पर हुई थी और माना जा रहा है कि इस डील के कैंसिल होने से कंपनी को झटका लगेगा . दरअसल zestmoney बीते एक साल से अपने लिए खरीदार ढ़ूंढ़ रहा है लेकिन इसे वो मिल नहीं रहा ऐसे में फोनपे के साथ डील रद्द होना कंपनी के लिए नुकसानदायक है.
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