डेंगू से हुई मौत पर प्रशासन कर रहा लीपापोती?
प्रयागराज में बीते दिनों डेंगू मरीज को कथित रूप से नकली प्लेटलेट्स चढ़ाए जाने के मामले में डीएम की ओर से गठित तीन सदस्यीय जांच कमेटी की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा किया गया है. जांच रिपोर्ट के अनुसार, डेंगू मरीज को असुरक्षित ढंग से रखे गए प्लेटलेट्स यानी पुअर्ली प्रिजर्व प्लेटलेट्स चढ़ाया गया था. वहीं, इस मामले में पीड़ित के घर वालों ने प्रशासन पर लीपापोती का आरोप लगाते हुए फॉरेंसिक जांच की मांग की है.
डीएम की जांच रिपोर्ट आने के बाद बात साफ हो गई है कि मरीज को मौसंबी का जूस नहीं बल्कि प्लेटलेट्स ही चढ़ाया गया था. लेकिन उसे ठीक ढंग से प्रिजर्व नहीं किया गया था.
बता दे कि डेंगू मरीज प्रदीप कुमार पांडेय की मौत के बाद परिजनों ने मौसंबी का जूस चढ़ाए जाने का आरोप लगाया था. परिजनों का आरोप था कि मौसंबी का जूस मिले प्लेटलेट्स चढ़ाए जाने के बाद ही मरीज की तबीयत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई.डीएम की मानें तो आरोपी ग्लोबल हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर की भी जांच की गई थी.
इसके अलावा मृतक मरीज प्रदीप पांडेय के मामले की भी अलग से जांच कराई गई है. पहली जांच में ग्लोबल हॉस्पिटल की लापरवाही भी सामने आई थी. इस मामले में सीएमओ के निर्देश पर 20 अक्टूबर को ही अस्पताल को सील किया गया था. इसके साथ ही मरीज के गलत उपचार के मामले में भी सीएमओ के स्तर पर कार्रवाई भी की जा रही है. ग्लोबल हॉस्पिटल को पीडीए ने नक्शा न पास कराए जाने पर नोटिस भी जारी कर दिया है और 28 अक्टूबर तक जवाब मांगा है.
– भारत एक्सप्रेस
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