खड़गे कांग्रेस अध्यक्ष पद की कुर्सी पर विराजमान
देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस में गैर नेहरु-गांधी के रुप में मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस अध्यक्ष पद की कुर्सी पर विराजमान हो गये हैं. इसके लिए कांग्रेस को पूरे 24 साल इंतजार करना पड़ा. आज सुबह पार्टी के वरिष्ठ नेता और अब कांग्रेस के नए मुखिया मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस की दिग्गज हस्तियों के साथ राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के बाद नेहरू और इंदिरा को भी नमन किया. यहां से वो सीधे पार्टी मुख्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने पदभार संभाला. इस मौके पर सोनिया गांधी के साथ राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत मधुसूदन मिस्त्री भी मौजूद थे.
खड़गे की ताजपोशी के दौरान कांग्रेस पार्टी के कई दिग्गज और वरिष्ठ नेता भी नजर आए. कश्मीर से कन्या कुमारी तक ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की अगुवाई कर रहे वायनाड से सांसद राहुल गांधी कार्यक्रम से समय निकालकर खड़गे की ताजपोशी में शामिल हुए.
इस मौके पर सोनिया गांधी ने कहा- मैं नए पार्टी अध्यक्ष खड़गे जी को बधाई देती हूं. सबसे अधिक संतोष इस बात का है कि जिन्हें अध्यक्ष चुना है, वे एक अनुभवी और धरती से जुड़े हुए नेता हैं. एक साधारण कार्यकर्ता के रूप में काम करते हुए अपनी मेहनत और समर्पण से इस ऊंचाई तक पहुंचे हैं. मंच के जरिए भी गांधी परिवार ने खड़गे के हाथ में ही नेतृत्व की कमान दिए जाने का संदेश दिया. राहुल गांधी इस दौरान मंच पर खड़गे को बिठाने के बाद सीट पर जाते दिखे. यही नहीं एकदम बीच में मल्लिकार्जुन खड़गे को बिठाया गया. उनके ठीक दाईं ओर सोनिया गांधी थीं तो बाईं ओर पार्टी की चुनाव समिति के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री थे.
शीर्ष नेता तो अब भी राहुल गांधी ही
कांग्रेस पार्टि के लिए आज एक ऐतिहासिक दिन था. सीता राम येचुरी के 24 बाद कोई गैर गांधी-नेहरु परिवार का सदस्य अध्यक्ष पद की कुर्सी पर विराजमान था. कांग्रेस की दिशा और दशा अब पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के कांग्रेसी हाथों में होगी. लेकिन क्या ऐसा पूरी तरह से होगा ऐसा तो कुछ नेताओं के बयान से नजर नहीं आ रहा है. खड़गे की ताजपोशी के दौरान पार्टी के ही नेता सलमान खुर्शीद ने नेतृत्व के सवाल पर कहा कि सबसे बड़े नेता तो अब भी राहुल गांधी ही रहेंगे क्योंकि लोग उन पर भरोसा करते हैं.
उन्होंने राहुल गांधी के नेतृत्व क्षमता की तुलना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से करते हुए कहा कि, राहुल ही ऐसे नेता हैं, जो पीएम नरेंद्र मोदी को चुनौती दे सकते हैं. पार्टी ने खुर्शीद ही अकेले ऐसे नेता नहीं है जिन्होंने राहुल गांधी को ही पार्टी का शीर्ष नेता बताया है. अंदर खाने की बात करें तो कई सारे दूसरे कांग्रेसी भी है जो राहुल के नेतृत्व को पसंद करते हैं. हालांकि, अध्यक्ष पद का चुनाव जीतने पर मल्लिकार्जुन खड़गे ने खुद गांधी परिवार की सलाह पर ही काम करने की बात कही थी.
-भारत एक्सप्रेस