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“खून में है सेना में सेवा करना”, शहीद पैरा कमांडो अब्दुल माजिद की कहानी जानकर गर्व से चौड़ा हो जाएगा सीना

माजिद की पत्नी ने कहा, “अभी एक दिन पहले उसने मुझे फोन किया और कहा कि वह जल्द ही घर आएगा. मैंने कल उसे कई बार फोन किया लेकिन उसका मोबाइल बंद था। शाम को मुझे सेना ने बताया कि वह एक मुठभेड़ में घायल हो गया है और वह अस्पताल में है,”

पिता को आखिरी सलामी देते बेटे की तस्वीर

पिता को आखिरी सलामी देते बेटे की तस्वीर

Rajouri Encounter:  जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए हवलदार अब्दुल माजिद के चाचा ने कहा कि उन्हें अपने भतीजे की शहादत पर गर्व है. माजिद बुधवार को धर्मसाल बेल्ट के बाजीमल इलाके में आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन में शहीद हुए चार सैन्य कर्मियों में से एक थे. माजिद के चाचा मोहम्मद यूसुफ ने कहा, “हमें कालाकोटे इलाके में आतंकवादियों से लड़ते हुए उनकी शहादत पर गर्व है. उनके भाई, जम्मू-कश्मीर लाइट इन्फैंट्री (JKLI) के एक जवान ने भी 2017 में पुंछ के भिम्बर गली इलाके में शहादत हासिल की थी. हम बलिदान देने के लिए तैयार हैं. हमारा जीवन राष्ट्र के लिए है.” माजिद का परिवार एलओसी पर जीरो-लाइन और सीमा बाड़ के बीच स्थित अजोट गांव में रहता है.

माजिद के परिवार में 40 से ज्यादा सैनिक

अफगानिस्तान में ट्रेंड लश्कर-ए-तैयबा (LET) के एक शीर्ष कमांडर सहित दो आतंकवादी गुरुवार को राजौरी में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए. सेना की जम्मू-कश्मीर लाइट इन्फेंट्री (जेकेएलआई) से सिपाही पद से सेवानिवृत्त हुए यूसुफ ने कहा कि हम देश की रक्षा के लिए एलओसी पर रहने वाले सैनिकों का परिवार हैं. उन्होंने कहा, “हमारे परिवार के 30 से 40 सदस्य हैं जो भारतीय सेना में सेवारत हैं या सेवानिवृत्त हो चुके हैं. सेना में सेवा करना हमारे खून में है. मेरा बेटा भी सेना में सेवा कर रहा है. एक सैनिक होने पर गर्व महसूस होता है.”

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पत्नी ने कहा घर आने वाले थे माजिद

पाकिस्तान की बार-बार की नापाक हरकतों से नाराज पूर्व सैनिक ने पड़ोसी देश को मुंहतोड़ जवाब देने की मांग की है, ताकि वे दोबारा ऐसा करने की हिम्मत न कर सकें. माजिद के परिवार के साथ खड़े होने और उसकी शहादत पर गर्व करने के लिए सैकड़ों लोग और रिश्तेदार माजिद के घर पहुंचे. माजिद की पत्नी ने कहा कि उन्होंने उन्हें अगले कुछ दिनों में घर आने के बारे में बताया था लेकिन उनकी शहादत की खबर ने उन्हें झकझोर कर रख दिया है.

माजिद की पत्नी ने कहा, “अभी एक दिन पहले उसने मुझे फोन किया और कहा कि वह जल्द ही घर आएगा. मैंने कल उसे कई बार फोन किया लेकिन उसका मोबाइल बंद था। शाम को मुझे सेना ने बताया कि वह एक मुठभेड़ में घायल हो गया है और वह अस्पताल में है,” सुनील कुमार शर्मा नायब सरपंच अजोट ने कहा कि पूरी बेल्ट को उन पर गर्व है. उन्होंने कहा कि हमारे बेटे और बहादुर जवान ने कालाकोट में मुठभेड़ में शहादत हासिल की है. पूरे क्षेत्र को उन पर गर्व है.” शर्मा ने कहा, “पाकिस्तान यहां हर रोज शरारतें कर रहा है और निर्दोष लोगों की हत्या कर रहा है. पाकिस्तान को करारा जवाब दिया जाना चाहिए ताकि वह ऐसी हरकतें दोहराने की हिम्मत न कर सके.”

-भारत एक्सप्रेस

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