Siyasi Kissa: भारत के पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री टहलते हुए चले गए थे लाहौर! पढ़ें प्रधानमंत्री बनने का रोचक किस्सा
31 मई 1964 को लाल बहादुर शास्त्री के रूप में देश को दूसरा प्रधानमंत्री मिल गया. हालांकि इन सब चर्चाओं के बीच शास्त्री ने कभी खुद को पीएम पद का दावेदार नहीं माना.
Siyasi Kissa: 1951 में सिनेमाघर बताते थे मतदान करने का तरीका, फर्जी वोटिंग न हो इसके लिए आयोग ने उठाया था ये कदम
देश भर के तीन हजार सिनेमाघरों में मतदान प्रक्रिया पर एक डॉक्युमेंट्री का प्रदर्शन भी किया गया था जिसमें न सिर्फ वोट डालने के बारे में बताया जाता था बल्कि मतदाताओं के भी कर्तव्य बताए जाते थे.
Siyasi Kissa: जब अपने ही सियासी गुरु के बेटे को ‘धोबिया पछाड़’ दांव से मुलायम ने दी थी करारी शिकस्त
सियासत में अदावत की रवायत सदियों पुरानी है. राजनीति की बुलंदियों पर पहुंचने वाले हर शख्स के अतीत की कहानियां ऐसी अदावतों से भरी होती हैं.
Siyasi Kissa: कौन था वो सांसद, जिसने गिरा दी थी अटल बिहारी की 13 महीने की सरकार?
"13 महीने में हमने ऐसी रेखाएं खींची हैं, जो काल के कपाल पर अमिट रहेंगी, जिन्हें बदला नहीं जा सकता." ये बातें तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने उस दौरान कही थीं.
Siyasi Kissa: क्यों कांग्रेस मुख्यालय के गेट से वापस लौटा दिया गया था पूर्व पीएम नरसिम्हा राव का पार्थिव शरीर
23 दिसंबर 2004, ये दिन कांग्रेस के समर्पित कार्यकर्ताओं के लिए किसी काले दिन से कम नहीं था...ये वो तारीख थी जब राजनीति के एक अध्याय का अंत हो गया.
Siyasi Kissa: गन…गोली और गुंडों की बदौलत देश में कब हुई थी पहली बूथ कैप्चरिंग?
आजादी के बाद देश का ये पहला ऐसा चुनाव हुआ था, जब देश की जनता को पता चला था कि बूथ कैप्चरिंग या फिर बूथ लूट क्या होती है.