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Surya Dev: भगवान श्रीराम ने भी किया था सूर्यदेव के इस स्तोत्र का पाठ, मिलती है हर कार्य में सफलता

Surya Dev Ke Upay: माना जाता है कि जिन लोगों की कुंडली में सूर्य मजबूत है, उन्हें सरकारी नौकरी मिलने की संभावना अधिक रहती है.

Sury Dev

सूर्यदेव

Sury Dev Ke Upay: माना जाता है कि जिन लोगों की कुंडली में सूर्य मजबूत है, उन्हें सरकारी नौकरी मिलने की संभावना अधिक रहती है. इसके अवाला मजबूत सूर्य वाले कई दूसरे तरीकों से भी सरकारी लाभ प्राप्त करते हैं. सूर्य को पिता, पुत्र, आत्मविश्वास, इच्छाशक्ति, सरकार और लोकप्रियता का कारक माना जाता है.

जिन लोगों की कुंडली में सूर्य मजबूत नहीं हैं वे कुछ उपायों के द्वारा इनसे जुड़े लाभ ले सकते हैं. इनमें आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ सबसे अधिक फलदायी माना जाता है. ब्रह्ममुहुर्त में अगर प्रतिदिन इसका पाठ किया जाए तो जीवन में इसके सकारात्मक परिणाम मिलते हैं.

क्यों है आदित्य हृदय स्त्रोत का इतना महत्व

आदित्य हृदय स्तोत्र का जिक्र वाल्मीकि कृत रामायण में मिलता है. जिसमें बताया गया है कि रावण पर विजय प्राप्त करने के उद्देश्य से इस स्तोत्र को ऋषि अगस्त्य ने भगवान श्री राम को दिया था. इस स्तोत्र का संबंध सूर्य देव से होने के कारण उनकी उपासना मे इसका विशेष महत्व माना गया है.

शास्त्रों की मानें तो इस स्त्रोत का पाठ करने से जीवन के हर क्षेत्र में सफलता मिलती है. चूंकि भगवान श्रीराम ने इसे रावण से युद्ध के पूर्व विजय की लालसा से किया था, इसलिए इसका पाठ किसी भी महत्वपूर्ण काम को करने से पहले किया जा सकता है.

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जानें आदित्य हृदय स्तोत्र पाठ को करने की सही विधि

पाठ को करने के लिए सबसे पहले ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करने के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें. इसके बाद सूर्यदेव की दिशा यानी की पूर्व की ओर मुख करते हुए उन्हें जल में गुड़ डालकर चढ़ाएं. इस दौरान सूर्य देव के मंत्र का जाप करें. इसके बाद सूर्यदेव की ओर मुख करते हुए आदित्य हृदय स्तोत्र का पूरे मन से पाठ करें.

अगर रोज ऐसा न कर सकें तो शुक्ल पक्ष के इतवार या किसी भी रविवार के दिन इसका पाठ करें. इस बात का ध्यान रखें कि उस दिन मांसाहार और मदिरा का सेवन न करें. अगर स्वास्थ्य संबंधी कोई दिक्कत न हो तो रविवार को बिना नमक वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करें.

कानूनी कामों, शत्रुओं पर विजय, आंखों से संबंधित रोग और किसी बड़े काम में आ रही रुकावटों को दूर करने में आदित्य हृदय स्त्रोत के पाठ का विशेष लाभ मिलता है. सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे प्रतियोगी छात्रों के लिए भी इसका पाठ करना फलदायी माना गया है.

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