अरविंद केजरीवाल की कुंडली का विश्लेषण.
Arvind Kejriwal Kundli Analysis Hindi: लोक सभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद सभी राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दल अपने-अपने उम्मीदवार उतार रहे हैं. आम आदमी पार्टी दिल्ली में कांग्रेस के साथ चुनाव लड़ने की योजना बनाई है. दिल्ली की 7 लोक सभा सीटों में से आम आदमी पार्टी 4 सीटों पर, जबकि कांग्रेस पार्टी 3 सीटों पर अपना उम्मीदवार उतार रहा है. वहीं, दूसरी ओर केजरीवाल इन दिनों शराब घोटाले मामले में फंसते नजर आ रहे हैं. ऐसे में आम जनता के मन में एक सवाल बार-बार उठ रहा है कि क्या केजरीवाल को जेल जाना पड़ेगा या उन्हें शराब घोटाला मामले में क्लीन चिट मिल जाएगी? आइए जानते हैं कि अरविंद केजरीवाल की कुंडली में मौजूद ग्रह-नक्षत्र क्या संकेत दे रहे हैं.
अरविंद केजरीवाल की कुंडली का विश्लेषण
सीएम अरविंद केजरीवाल का जन्म 16 अगस्त 1968 को सुबह 7:30 बजे हरियाणा के भिवानी जिले में स्थित सिवानी नामक जगह पर हुआ. जिस दिन उनका जन्म हुआ उस दिन कृष्ण जन्माष्टमी थी. इनका जन्म सिंह लग्न और कृतिका नक्षत्र के प्रथम चरण में हुआ है. इनकी कुंडली के स्वामी सूर्य हैं. इनकी जन्म राशि मेष है. इनकी कुंडली में नक्षत्र पाया लोहे का है. यानी जीवन में अपने लक्ष्य को पाने के लिए ऐसा व्यक्ति कठिन संघर्ष करता है.
केजरीवाल जी लग्न कुंडली में बुध और बृहस्पति ग्रह शुक्र के साथ बैठे हुए हैं. यह अपने आप में एक राजयोग है. ऐसा व्यक्ति बुद्धिमान भी होता है और अपने लक्ष्य को पाने के लिए जीतोड़ मेहनत भी करता है.
सन 1983 तक इन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की और चंद्रमा की दशा में इनका मन काफी चंचल रहा. परंतु, जैसे ही इनकी कुंडली में मंगल का आगमन हुआ तो यह अपनी पढ़ाई के प्रति काफी लग्नशील रहे और 1985 में IIT-JEE में फाइनल करने के बाद खरगपुर आईआईटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग डिग्री करने के लिए चले गए.
अरविंद केजरीवाल की कुंडली में राहु की दशा 29 मार्च 1990 से लेकर 29 मार्च सन 2008 तक रही. इस दौरान सन 1995 में इन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में चयनित होकर IRS में ज्वाइन किया.
8वें घर का राहु सिखाता है धोखाधड़ी
केजरीवाल जी की कुंडली में 29 मार्च 2008 से बृहस्पति का आगमन हुआ और यह 29 मार्च 2024 तक रहेगा. बृहस्पति की दशा में ही सन 2011 में उनके जीवन में एक मोड़ ऐसा आया जब वह अन्ना-आंदोलन से जुड़ गए. जिसके जरिए इनको देश-विदेश में ख्याति मिली. इनका राहु आठवें घर में है और आठवें घर का राहु आदमी को धोखाधड़ी भी सिखाता है. ऐसे में जातक अपना काम सिद्ध करने के लिए सामने वाले के समक्ष सभी तरीका अपनाता है. यह बात मैंने इसलिए कहा क्योंकि केजरीवाल जी की कुंडली में सन 2019 जुलाई से काफी समीकरण बिगड़ने लगे हैं. पहले बृहस्पति में चंद्रमा विराजमान रहे उसके बाद मंगल का आगमन हुआ.
नवंबर 2021 से इनकी कुंडली में बृहस्पति में राहु का आगमन हुआ है जो 29 मार्च 2024 तक रहेगा. यानी इस काल में इनकी मान सम्मान को क्षति पहुंची है. इनके द्वारा कुछ ऐसे कार्य हुए हैं जिसकी वजह से इन्हें कई बार जनता के कोप का भजन बनना पड़ा और उनकी अपनी छवि को काफी क्षति पहुंची.
29 मार्च से शुरू हो रही है शनि की दशा
केजरीवाल जी की कुंडली में शनि देव नीच के हैं. शनि की दशा 29 मार्च 2024 से शुरू हो जाएगी. इसका मतलब है कि इस दौरान उनको बहुत अधिक मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा. इसके अलावा शनि इनके भाग्य भाव में नीच के हैं. इसलिए इनको भाग्य से कोई मदद नहीं मिलेगी. ऐसे में इनको चाहिए कि ये कुत्तों की सेवा करें, वृद्धों व कोढ़ियों के लिए आश्रम बनवाएं और वाणी पर संयम रखें. ऐसा इसलिए क्योंकि केजरीवाल के लिए आने वाला समय कठिनाइयों से भरा रहने वाला है. 2024 के लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी को बहुत अच्छा परिणाम नहीं मिलेगा. ऐसा भी हो सकता है इनको जेल भी जाना पड़े. मैं प्रभु से प्रार्थना करूंगा कि केजरीवाल जी के जीवन में अच्छे दिनों की वापसी हो जाए.
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