पंचक 2024.
Mrityu Panchak Date February 2024: हिंदू धर्म में पंचक को अच्छा नहीं माना गया है. मान्यतानुसार इस दौरान कुछ कार्यों को करने से परहेज करना चाहिए. पंचक के दौरान कुछ शुभ और मांगलिक कार्यों को करनी मनाही है. कहा जाता है पंचक के दौरान नया घर बनवाना, घर की नींव रखना, नई नौकरी पकड़ना, नया बिजनेस शुरू करना इत्यादि कामों को करने से बचना चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि पंचक के दौरान किए गए शुभ कार्यों का परिणाम भी अच्छा नहीं मिलता है. फरवरी में मृत्यु पंचक शुरू होने वाला है. यह मृत्यु पंचक कब से कब तक है? और इस दौरान क्या नहीं करना चाहिए, विस्तार से जानिए.
मृत्यु पंचक कब से कब तक है?
दृक पंचांग के मुताबिक, फरवरी में 10 तारीख से मृत्यु पंचक की शुरुआत हो रही है. शनिवार को सुबह 10 बजकर 2 मिनट से लेकर 14 फरवरी बुधवार को सुबह 10 बजकर 43 मिनट तक मृत्यु पंचक का साया रहेगा. ऐसे में इस दौरान नीचे दिए गए कुछ जरूरी कामों को भी करने से परहेज करना चाहिए.
कैसे लगता है पंचक?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब पांच नक्षत्र एक साथ आते हैं तो उसे पंचक कहा जाता है. ये पांच नक्षत्र धनिष्ठा, षतभिषा, पूर्वा भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद और रेवती हैं. जब चंद्रमा इन नक्षत्रों में रहता है तो पंचक लगता है. जो कि हर महीने पांच दोनों के लिए लगता है.
शनिवार से शुरू होने वाले पंचक को मृत्यु पंचक कहा जाता है. रविवार से आरंभ होने वाला पंचक रोग पंचक के रूप में जाना जाता है. सोमवार से लगने वाला पंचक राज पंचक कहा जाता है. वहीं, जो पंचक मंगलवार से शुरू होता है, उसे अग्नि पंचक कहते हैं. इसके अलावा शुक्रवार को लगने वाले पंचक चोर पंचक कहा जाता है.
पंचक के दौरान क्या ना करें?
10 से 16 फरवरी तक लगने वाले मृत्यु पंचक के दौरान गृह प्रवेश, भूमि पूजन, मुंडन और उपनयन संस्कार समेत शादी, नामकरण संस्कार निषेध माने गए हैं. इसके अलावा पंचंक की पूरी अवधि में लकड़ी नहीं खरीदना चाहिए और न ही मकान बनवाते समय उसे ढलवाना चाहिए. इतना ही नहीं, पंचक के दौरान दक्षिण दिशा की यात्रा करने से बचना चाहिए.
यह भी पढ़ें: नरक से पाना है छुटकारा तो 4 दिन बाद जरूर रखें यह व्रत, शिव जी की बरसेगी कृपा!
-भारत एक्सप्रेस