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Holi 2023: हर साल फाल्गुन महीने की पूर्णिमा पर होलिका जलती है. इसके ठीक अगले दिन रंग लगाकर होली का त्योहार मनाते हैं. हिंदू धर्म में इस दिन सर्वप्रथम सभी देवी-देवताओं की अबीर-गुलाल लगाने के बाद ही रंग खेलना चाहिए. मान्यतानुसार सभी देवी और देवताओं का एक प्रिय रंग होता है. होली के दिन इन्हें इसी रंग का गुलाल लगाना चाहिए. इससे जीवन में इनकी कृपा से खुशहाली बनी रहती है. आइए जानते हैं कि किस देवता को कौन से रंग का गुलाल अर्पित करना चाहिए.
गणेशजी को इस रंग का गुलाल लगाते हुए करें होली की शुरुआत
हिंदू धर्म में गणेशजी की पूजा से ही किसी मांगलिक कार्यक्रम की शुरुआत होती है. मान्यता है कि लाल रंग इन्हें अत्यंत प्रिय है. इसलिए होली पर भगवान गणेश को लाल गुलाल लगाएं. वहीं उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए बूंदी के लड्डू का भोग लगाएं.
भगवान राम, कृष्ण और त्रिदेवों में एक इन्हे चढ़ाएं यह रंग
विष्णुजी के अवतार भगवान कृष्ण और राम को पीतांबर अत्यंत ही प्रिय है. इसलिए पीले रंग के वस्त्र और फूल अर्पित करते हुए होली के दिन इन देवताओं को पीले रंग का गुलाल अर्पित करें. इस दिन इनकी कृपा प्राप्त करने के लिए ठंडाई में केसर मिलाकर भोग लगाएं.
हनुमानजी, माता लक्ष्मी और मां दुर्गा को अर्पित करें यह रंग
मान्यता है कि हनुमानजी, माता लक्ष्मी और मां दुर्गा का पसंदीदा रंग लाल है. इस दिन इन सभी शक्तियों को लाल रंग के वस्त्र और इसी रंग की सामग्री से श्रृंगार करते हुए लाल गुलाल अर्पित करें. इस दिन हनुमानजी को मंदिर में जाकर लाल रंग का चोला चढ़ाएं.
इस रंग से मिलती है बाबा भोलेनाथ की कृपा
काशी में रंगभरी एकादशी के दिन भगवान शिव के साथ श्मशान की राख से होली खेली जाती है. होली के दिन अगर इस तरह की राख मिलना संभव न हो तो उन्हें नीले रंग का गुलाल अर्पित करें.
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विद्या की देवी मां सरस्वती को अर्पित करें इस रंग का गुलाल
वैसे तो विद्या की देवी मां सरस्वती को लेकर माना जाता है कि सफेद रंग इन्हें अत्यंत प्रिय है, लेकिन अगर इन्हें गुलाल अर्पित करना हो तो उसके लिए पीले रंग का चयन करें. पूजास्थल में मां सरस्वती तस्वीर है तो उन्हें सफेद रंग के फूल चढ़ाते हुए पीले रंग का गुलाल चढ़ाएं.
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