शिवलिंग.
Shivling Puja Niyam: भगवान शिव की पूजा के लिए सोमवार बेहद खास माना गया है. अधिकांश लोग इस दिन शिवलिंग पर जल अर्पित कर शिव की पूजा करते हैं. अक्सर लोग शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग पर जल चढ़ाने के बाद वापस आ जाते है, लेकिन क्या आपको पता है कि शिवलिंग पर सिर्फ भगवान शिव ही नहीं बल्कि उनका पूरा परिवार वास करता है.
आइए जानते हैं कि शिवलिंग के किस हिस्से में भगवान शिव, मां पार्वती, कार्तिकेय और गणपति का वास होता है और उनकी पूजा का विधान क्या है.
कहां होता है अशोक सुंदरी का वास
पद्म पुराण में भगवान शिव और माता पार्वती की पुत्री अशोक सुंदरी का भी उल्लेख मिलता है. शिवलिंग में अशोक सुंदरी का भी वास होता है. शिव पुराण के अनुसार, शिवलिंग पर जल डालने के बाद जिस रास्ते के जल बाहर निकलता है उसको अशोक सुंदरी कहा जाता है. ऐसे में शिवलिंग की पूजा के दौरान अशोक सुंदरी की पूजा भी करनी चाहिए. उनकी पूजा के लिए जल में गंगाजल मिलाकर शिवलिंग पर अर्पित करना चाहिए.
कैसे करें पूजा
शिवपुराण के अनुसार, शिवलिंग में जलधारी से आगे बने पद चिह्नों में कार्तिकेय और गणपति का वास होता है. धर्म-शास्त्र के जानकारों के मुताबिक, शिवलिंग पर जल अर्पित करने के बाद पद चिह्न वाले स्थान पर दोनों तरफ से कम के कम 5 बार दबाना चाहिए जैसे किसी का पैर दबाया जाता है. ऐसा करते वक्त श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र का जाप करना चाहिए. कहा जाता है कि ऐसा करने से जल्द ही संतान सुख प्राप्त होता है.
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