Third Sawan Somwar 2023: आज सावन का तीसरा सोमवार है. वहीं 18 जुलाई से शुरु हुए अधिक मास का यह पहला सोमवार भी है. सावन के सभी सोमवार के दिन भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना से विशेष फल की प्राप्ति होती है. माना जाता है कि सावन के सोमवार पर नियम पूर्वक व्रत रखने और भोलेनाथ की पूजा करने से सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं. सावन के इस तीसरे सोमवार पर रवि योग समेत 3 शुभ योगों का निर्माण हो रहा है. इस कारण आज का सोमवार बेहद ही खास है. आज का दिन रुद्राभिषेक के लिए भी बहुत शुभ है. कावंरियों के लिए भी शिव जी पर जल अर्पित करने के लिए आज का दिन उत्तम है.
तीसरे सावन सोमवार के शुभ मुहूर्त
पवित्र श्रावण मास का तीसरा सोमवार व्रत श्रावण (अधिक) शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि के दिन पड़ रहा है. आज के दिन तीन अत्यंत ही शुभ माने जाने वाले योग का निर्माण हो रहा है. ये खास योग हैं शिव योग, रवि योग और हस्त नक्षत्र योग. इनमें शिव योग जहां दोपहर 02 बजकर 17 मिनट से शुरु होकर 02 बजकर 52 मिनट तक रहेगा, वहीं रवि योग सुबह 05 बजकर 38 मिनट से लेकर रात्रि के 10 बजकर 12 मिनट तक रहेगा.
इस दिन हस्त नक्षत्र भी रात्रि के 10 बजकर 12 मिनट तक रहेगा, इसके बाद चित्रा नक्षत्र शुरु हो जाएगा. बात करें इस दिन अभिजित मुहूर्त की तो यह दोपहर 12 बजे से शुरु हो जाएगा और दोपहर के ही 12 बजकर 55 मिनट तक रहेगा. इन शुभ मुहूर्त में भगवान शिव की उपासना करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है.
इसे भी पढ़ें: शिवलिंग की आधी परिक्रमा के पीछे का रहस्य जानते हैं आप ? अर्धचंद्राकार परिक्रमा का ही मिलता है फल
सावन के तीसरे सोमवार 2023 पर रुद्राभिषेक मुहूर्त
सावन के तीसरे सोमवार पर रुद्राभिषेक की शुरुआत सुबह से ही की जा सकती है, क्योंकि इस दिन शिववास प्रात:काल से नंदी पर है, जोकि दोपहर 01 बजकर 42 मिनट तक है. दोपहर के 01 बजकर 42 मिनट के बाद शिववास भोजन में होने के कारण रुद्राभिषेक करना सही नहीं माना जाता. कहा जाता है कि जो व्यक्ति सावन के सोमवार में रुद्राभिषेक करता है भगवान भोलेनाथ उसकी सभी मुरादें पूरी करते हैं. इस दिन लोग घी, शहद, दूध, गन्ने का रस और दही इत्यादि से भगवान शंकर को प्रसन्न करने के लिए रुद्राभिषेक करते हैं.