विजया एकादशी 2024.
Vijaya Ekadashi 2024: फाल्गुन महीने के कृष्ण पक्ष की एकादशी को विजया एकादशी का व्रत रखा जाता है. पौराणिक मान्यता है कि इस एकादशी का व्रत रखने से प्रभु श्रीराम को सफलता मिली थी. विजया एकादशी व्रत का जिक्र पद्म पुराण में किया गया है. जिसके मुताबिक, इस एकादशी के व्रत को रखने से विपरीत परिस्थिति में भी सफलता मिल जाती है. इसके अलावा व्रत कथा को पाठ करने या सुनने से व्यक्ति के सारे पाप नष्ट हो जाते हैं. दृक पंचांग अनुसार, विजया एकादशी व्रत के लिए शुभ मुहूर्त, महत्व के साथ-साथ इस दिन क्या ना करें जानिए.
विजया एकादशी 2024 शुभ मुहूर्त और पारण समय
पंचांग के मुताबिक मार्च में 6 तारीख, बुधवार को रखा जाएगा. एकादशी तिथि की शुरुआत 6 मार्च को सुबह 6 बजकर 30 मिनट से होगी. जबकि एकादशी तिथि की समाप्ति 7 मार्च को सुबह 4 बजकर 13 मिनट पर होगी. वहीं, विजया एकादशी व्रत का पारण 8 मार्च को को किया जाएगा. पारण के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 52 मिनट से लेकर 9 बजकर 15 मिनट तक है.
विजया एकादशी व्रत के नियम
विजया एकादशी व्रत के नियम के मुताबिक, अगर संभव हो तो व्रत के दौरान अनाज और पानी का सेवन नहीं करना चाहिए. अगर इसके बिना व्रत करना संभव नहीं लगे तो फलाहार और जल का सेवन कर सकते हैं.
विजया एकादशी व्रत बच्चे बूढ़े और रोगी को नहीं करना चाहिए. इसके अलावा इस दिन न तो घर में चावल बनाना चाहिए और न ही भात (पका हुआ चावल) का सेवन करना चाहिए.
विजया एकादशी व्रत के दिन किसी ही प्रकार की हिंसा नहीं करनी चाहिए. इसके अलावा इस दिन झूठ बोलने से बचना चाहिए.
व्रत के दौरान किसी को भी मन, वचन और कर्म से परेशान ना करें. ऐसा करने पर एकादशी व्रत से मिलने वाला पुण्य नष्ट हो जाता है.
विजया एकादशी व्रत के दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करें और किसी भी प्रकार के नशीले पदार्थों का सेवन करे से परहेज करें.
एकादशी व्रत के दिन किसी भी जरूरतमंद व्यक्ति को भोजन कराएं. इससे व्रत का पुण्य प्राप्त होता है.
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-भारत एक्सप्रेस
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