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ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर माइकल क्लार्क को ‘हॉल ऑफ फेम’ पुरस्कार से किया गया सम्मानित

क्लार्क ने कहा, “इतने सारे शानदार खिलाड़ियों, आदर्शों, रोल मॉडल के साथ बैठना और बचपन में उनसे प्रेरणा लेना मेरे लिए सम्मान की बात है.

Michael Clarke

पूर्व क्रिकेटर माइकल क्लार्क.

माइकल क्लार्क को गुरुवार को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया, जिससे वह यह सम्मान पाने वाले 64वें क्रिकेटर बन गए. 43 वर्षीय पूर्व कप्तान का 12 साल का अंतरराष्ट्रीय करियर शानदार रहा, इस दौरान उन्होंने 115 टेस्ट, 245 वनडे और 34 टी20 मैच खेले और 17,000 से अधिक रन बनाए.

47 टेस्ट मैच की कप्तानी

कप्तान के रूप में क्लार्क ने 47 टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलिया का नेतृत्व किया, जिसमें 2013-14 में 5-0 की यादगार एशेज जीत भी शामिल है. उन्होंने संन्यास लेने से कुछ समय पहले 2015 में घरेलू मैदान पर टीम को ऐतिहासिक एकदिवसीय विश्व कप जीत दिलाई.

28 टेस्ट शतक मारे

क्लार्क की बल्लेबाजी में 28 टेस्ट शतक शामिल हैं, जो किसी आस्ट्रेलियाई द्वारा बनाया गया छठा सबसे बड़ा शतक है, जिसमें भारत के खिलाफ सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में 329 रन की शानदार पारी, बेंगलुरू में 151 रन की पहली शतकीय पारी, केपटाउन में शानदार 151 रन तथा फिलिप ह्यूज की दुखद मौत के बाद एडिलेड में खेली गई 128 रन की पारी शामिल है.

सम्मान मिलने पर क्या बोले क्लार्क?

क्लार्क ने कहा, “इतने सारे शानदार खिलाड़ियों, आदर्शों, रोल मॉडल के साथ बैठना और बचपन में उनसे प्रेरणा लेना मेरे लिए सम्मान की बात है. रिटायरमेंट आपके लिए बहुत कुछ करता है. आजकल क्रिकेट देखने के दौरान आप कुछ हिस्सों को मिस करते हैं. जब आप उच्चतम स्तर पर खेलते हैं, तो लोग आपके अंतरराष्ट्रीय करियर के बारे में बात करते हैं, लेकिन मेरे लिए यह छह साल की उम्र में शुरू हुआ. मैंने 34 साल की उम्र में रिटायरमेंट ले लिया था, इसलिए यह मेरी जिंदगी थी. यह अभी भी मेरी जिंदगी का हिस्सा है.”

“क्रिकेट शायद सामान्य जीवन के समान ही है. आप मैदान पर उतरते हैं और 100 रन बनाते हैं और फिर बल्ला उठाते हैं. फिर आप फील्डिंग के लिए जाते हैं, स्लिप में फील्डिंग करते हैं और खेल की दूसरी गेंद पर कैच छोड़ देते हैं.”

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हॉल ऑफ फेम के चेयरमैन पीटर किंग ने इस अवसर पर कहा, “माइकल का असाधारण प्रथम श्रेणी खेल करियर मात्र 17 वर्ष की उम्र में एससीजी में शुरू हुआ, यही वह स्थान है, जहां उन्होंने कई उपलब्धियां हासिल की. जिसमें 2012 में भारत के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में लगाया गया तिहरा शतक भी शामिल है.” “माइकल के करियर को ऑस्ट्रेलियाई जनता हमेशा याद रखेगी और उनका स्थान शीर्ष खिलाड़ियों में शुमार रहेगा.”

-भारत एक्सप्रेस



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